ध्वजारोहण के बाद नहीं मिली जलेबी तो विद्यार्थियों ने शिक्षक को पीटा ..

छात्रों ने सभी शिक्षकों को रोककर उनसे जलेबी नहीं मिलने की वजह पूछी. वह अभी कुछ जवाब दे ही पाते तब तक शिक्षक पंकज कुमार को देख कर विद्यार्थी उनसे दुर्व्यवहार को उतारु हो गए. इसके बाद पहले तो मामला तू-तू, मैं-मैं फिर हाथापाई तक पहुंच गया. 












- विद्यालय में जलेबी को लेकर हुई थी छात्र-शिक्षकों में बहस
- मुरार थाना क्षेत्र के मुरार इंटरस्तरीय विद्यालय का मामला


बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर : एक तरफ जहां पूरा देश स्वतंत्रता के 78 वीं वर्षगांठ पर खुशियां मना रहा था वहीं दूसरी तरफ जिले के एक विद्यालय में विद्यार्थियों के द्वारा जलेबी के लिए शिक्षक को पीट दिया गया. छात्रों का आरोप है कि प्रत्येक साल 15 अगस्त एवं 26 जनवरी को बड़े पैमाने पर स्कूल के छात्र छत्राओ के अलावे गांव के बच्चे विद्यालय में एकत्रित होते है. इस बार उनकी संख्या अधिक होने के कारण उन्हें मिठाई देने के बजाए शिक्षक दुर्व्यवहार कर भगाने लगे. जिसके बाद हंगामा शुरु हो गया. स्थानीय लोगो की सूचना पर पहुंची पुलिस ने किसी तरह मामले को शांत कराया.

घटना के बाबत मिली जानकारी मुताबिक मुरार थाना क्षेत्र के इंटर स्तरीय विद्यालय में ध्वजारोहण के बाद विद्यार्थियों के बीच जलेबी बांटी जा रही थी. वहां बड़ी संख्या में गांव के ऐसे बच्चे भी मौजूद थे जो विद्यालय में नहीं पढ़ते थे. उन्हें जलेबी नही मिली तो वह हंगामा करने लगे. हंगामें में उनके साथ स्कूल के बच्चे भी शामिल हो गए. इसी बीच कुछ बच्चे जलेबी छीन कर भागने लगे जिन्हें बाद में शिक्षक पंकज कुमार के द्वारा पकड़ कर डांट-फटकार लगाई गई. इस बात के बाद बच्चों के द्वारा शिक्षक पंकज कुमार के साथ दुर्व्यवहार शुरु कर दिया गया. सूचना के बाद पहुँची पुलिस ने मामले को शांत कराया. 

स्कूल बंद होने के बाद स्कूल के शिक्षक पंकज कुमार प्रधानाध्यापक सुशील कुमार तथा अन्य शिक्षक वापस अपने घर लौट रहे थे. इसी बीच बंजरिया गांव के मोड़ के समीप छात्रों ने सभी शिक्षकों को रोककर उनसे जलेबी नहीं मिलने की वजह पूछी. वह अभी कुछ जवाब दे ही पाते तब तक शिक्षक पंकज कुमार को देख कर विद्यार्थी उनसे दुर्व्यवहार को उतारु हो गए. इसके बाद पहले तो मामला तू-तू, मैं-मैं फिर हाथापाई तक पहुंच गया. शिक्षक और छात्रों को भी हल्की चोटें आई हैं. बाद में नाराज शिक्षक छात्रों एवं गैर छात्रों के खिलाफ शिकायत करने थाने पहुंचे. लेकिन थाने में अधिकारियो की व्यस्तता को देखते हुए वापस लौट गए.

मामले में मुरार थानाध्यक्ष कमलनयन पांडेय ने बताया कि शिक्षकों को अगले दिन बुलाया गया है. अगर उनके द्वारा आवेदन दिया जाता है तो प्राथमिकी दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जाएगी.






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