अगर थर्मल पावर प्लांट के कार्य को बंद कराया जाता है तो यह उचित नहीं है. ऐसे में किसान थर्मल पावर प्लांट के द्वार को खाली कर दे जिससे कि पावर प्लांट के निर्माण का कार्य सुचारु रूप से चल सके.
- डीएम ने कहा - किसानों की हर जायज मांग के साथ है प्रशासन
- कहा - लोकतांत्रिक तरीके से विरोध जायज, लेकिन काम बंद करना उचित नहीं
बक्सर टॉप न्यूज, बक्सर : जिला पदाधिकारी अंशुल अग्रवाल ने चौसा में लगातार चल रहे किसानों के आंदोलन को लेकर यह कहा है कि किसानों को निर्माणाधीन थर्मल पावर प्लांट के कार्य को बाधित नहीं करना चाहिए. उन्होंने कहा कि लोकतांत्रिक तरीके से विरोध जायज है, लेकिन पावर प्लांट का कार्य बंद करना उचित नहीं है. उन्होंने कहा कि किसानों से समन्वय स्थापित कर उनकी समस्याओं के निराकरण का प्रयास लगातार किया जा रहा है, लेकिन सरकारी कार्य में वक्त लगता है. ऐसे में किसानों को संयम बरतना होगा.
डीएम ने बताया कि किसानों के साथ कई स्तर पर वार्ता हुई है और आगे भी वार्ता के माध्यम से ही उनके किसी भी जायज मांग के हल का प्रयास किया जाएगा, लेकिन अगर थर्मल पावर प्लांट के कार्य को बंद कराया जाता है तो यह उचित नहीं है. ऐसे में किसान थर्मल पावर प्लांट के द्वार को खाली कर दे जिससे कि पावर प्लांट के निर्माण का कार्य सुचारु रूप से चल सके.
बता दें कि चौसा में निर्माणाधीन 1320 मेगावाट के थर्मल पावर प्लांट का निर्माण कार्य लगातार कई दिनों से प्रभावित किया जा रहा है. आंदोलनकारी पावर प्लांट के द्वार पर ही डेरा डालकर बैठे हुए हैं. ऐसे में निर्माण कार्य छपरा हुआ है और हजारों मजदूरों के घरों के चूल्हे बंद हो गए हैं.
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