भव्य छात्र संसद में गूंजा युवा लोकतंत्र का स्वर ..

कहा कि बिहार की शिक्षा व्यवस्था में सुधार के प्रयास जरूर हो रहे हैं, लेकिन अब भी शिक्षक की भारी कमी, अधूरी आधारभूत सुविधाएं और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की कमी जैसी समस्याएं चुनौती बनी हुई हैं. खासकर ग्रामीण क्षेत्रों से कॉलेजों तक की दूरी, विद्यार्थियों को आगे बढ़ने से रोकती है.









                                           





- महर्षि विश्वामित्र महाविद्यालय में हुआ आयोजन, छात्र राजनीति और शिक्षा व्यवस्था पर हुई खुली चर्चा
- सैकड़ों विद्यार्थियों ने लिया भाग, वक्ताओं ने रखे जमीनी मुद्दे

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (अभाविप) बक्सर इकाई द्वारा आयोजित भव्य छात्र संसद कार्यक्रम में लोकतंत्र के महत्व, शिक्षा व्यवस्था की खामियों और छात्र हितों को लेकर खुलकर मंथन हुआ. यह आयोजन महर्षि विश्वामित्र महाविद्यालय, बक्सर के प्रांगण में संपन्न हुआ, जिसकी अध्यक्षता महाविद्यालय अध्यक्ष अमरेंद्र मिश्रा और संचालन अनीष कुमार तिवारी ने किया. कार्यक्रम का शुभारंभ परिषद गीत के साथ प्रियांशु शुभम द्वारा और दीप प्रज्वलन कर अतिथियों ने किया.

कार्यक्रम के दौरान मुख्य वक्ता के रूप में अभाविप दक्षिण बिहार प्रांत के प्रांत मंत्री सुमित कुमार सिंह ने कहा कि छात्र संसद जैसे आयोजन न केवल युवाओं को लोकतंत्र की प्रक्रिया से जोड़ते हैं, बल्कि उन्हें सोचने, सवाल करने और समाधान खोजने की दिशा में भी प्रेरित करते हैं. उन्होंने कहा कि बिहार की शिक्षा व्यवस्था में सुधार के प्रयास जरूर हो रहे हैं, लेकिन अब भी शिक्षक की भारी कमी, अधूरी आधारभूत सुविधाएं और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की कमी जैसी समस्याएं चुनौती बनी हुई हैं. खासकर ग्रामीण क्षेत्रों से कॉलेजों तक की दूरी, विद्यार्थियों को आगे बढ़ने से रोकती है.

इस मौके पर जिला संयोजक अविनाश पाण्डेय ने कहा कि इंजीनियरिंग कॉलेजों और विश्वविद्यालयों की संख्या भले बढ़ रही है, लेकिन गुणवत्ता अभी भी सवालों के घेरे में है. शिक्षक नहीं हैं, प्रयोगशालाएं अधूरी हैं और छात्रों के लिए ठोस मार्गदर्शन का अभाव है.

कार्यक्रम को आगे बढ़ाते हुए प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य मनीष सिंह ने निजी कॉलेजों में छात्रों के आर्थिक शोषण का मुद्दा उठाया. उन्होंने कहा कि “गरीब छात्र अपने सपनों को साकार करने निकलते हैं, लेकिन फीस और अन्य खर्चों के दबाव में वे पढ़ाई अधूरी छोड़ने को मजबूर हो जाते हैं.” उन्होंने यह भी कहा कि अभाविप इस अन्याय के खिलाफ लगातार संघर्षरत है और जल्द ही इसके परिणाम सामने आने की उम्मीद है.

कार्यक्रम के अंत में नगर मंत्री अभिनंदन मिश्रा ने सभी अतिथियों, वक्ताओं और प्रतिभागियों का धन्यवाद ज्ञापन किया. मंच पर उपस्थित अतिथियों में महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. प्रसुन्जय कुमार सिन्हा, अभाविप बक्सर के जिला प्रमुख प्रो. भरत चौबे, डॉ. अनुराग श्रीवास्तव, राष्ट्रीय कला मंच संयोजक राहुल कुमार सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे.

सैकड़ों की संख्या में छात्र-छात्राओं की भागीदारी ने कार्यक्रम को जीवंत बना दिया. इसमें विराज सिंह, हिमांशु कश्यप, आदित्य सिंह, आदित्य गुप्ता, ऋषिनंदन दुबे, सौरभ चौबे, सुधांशु कुमार, अनिकेत कुमार, राहुल कुमार, नंदन कुमार, सत्यम कुमार, विवेक पाण्डेय, दुर्गेश पाण्डेय, निर्भय ओझा, रोहित मिश्रा, अभिषेक गुप्ता, संजित यादव, प्रकाश पाठक, दिव्यांशु मिश्रा, प्रियांशु सिंह, अक्षत कुमार समेत कई छात्र शामिल रहे.









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