उन्होंने ग्रामीणों को राशन, दवाइयां और अन्य आवश्यक वस्तुएं उपलब्ध कराईं. डॉ. आलम ने कहा, "अब हालात विकराल होते जा रहे हैं. गंगा का कटाव बेकाबू हो गया है. ऐसे समय में सरकार के साथ-साथ समाज के हर वर्ग को आगे आना होगा."
- 200 से अधिक घर गंगा में समाए, स्कूल भी कटाव की चपेट में
- सैकड़ों पीड़ितों को वितरित की गई राहत सामग्री, बक्सर के दानकर्ताओं को कहा धन्यवाद
बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर : जिले से लगभग 80 किमी दूर भोजपुर जिले के शाहपुर जवइनिया गांव में गंगा नदी के प्रचंड कटाव से भारी तबाही मच गई है. गांव के लगभग 200 घर नदी में समा चुके हैं और अब स्कूल भवन भी कटाव की जद में आ गया है. दामोदरपुर तक गंगा का पानी फैल चुका है, जिससे पूरे गांव की स्थिति भयावह हो गई है.
ऐसे कठिन समय में मानवाधिकार एवं सामाजिक न्याय बक्सर और साबित खिदमत फाउंडेशन ने संयुक्त रूप से राहत अभियान चलाया. शुक्रवार को इन संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने गांव पहुंचकर वहां की स्थिति का जायजा लिया और सैकड़ों पीड़ितों के बीच राहत सामग्री वितरित की.
इस मौके पर बिहार प्रदेश सचिव डॉ. दिलशाद आलम स्वयं मौजूद रहे. उन्होंने ग्रामीणों को राशन, दवाइयां और अन्य आवश्यक वस्तुएं उपलब्ध कराईं. डॉ. आलम ने कहा, "अब हालात विकराल होते जा रहे हैं. गंगा का कटाव बेकाबू हो गया है. ऐसे समय में सरकार के साथ-साथ समाज के हर वर्ग को आगे आना होगा."
डॉ. आलम ने बताया कि शाहपुर जवइनिया स्थित स्कूल में करीब 1000 लोगों को राहत सामग्री दी गई. साथ ही उन्होंने आरा के सांसद और विधायक को भी इस आपदा से अवगत कराया है. राहत कार्य में इम्तियाज अंसारी, प्रभुनाथ, जनार्दन, मनोज शाह, ब्रजेश राय, मिथिलेश और मनीष सहित कई सामाजिक कार्यकर्ताओं ने योगदान दिया.
मानवाधिकार संस्था की ओर से बक्सर के उन सभी दानदाताओं का आभार प्रकट किया गया, जिनकी मदद से यह राहत कार्यक्रम संभव हो सका. डॉ. आलम ने यह भी बताया कि बक्सर में भी गंगा का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है और वहां भी हालात को लेकर सतर्कता बरती जा रही है.
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