जन शिक्षण संस्थान, बक्सर की ओर से प्रशिक्षित महिला बंदियों को प्रमाण-पत्र देकर सम्मानित किया गया. इसका मुख्य उद्देश्य कारा मुक्ति के पश्चात इन महिलाओं को बिहार सरकार द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं से लाभान्वित कर आत्मनिर्भर बनाना है.
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| प्रमाणपत्र प्राप्त करती महिला बंदी |
फैब्रिक प्रिंटिंग प्रशिक्षण पूरा, भविष्य संवारने की नई राह
कारा मुक्ति के बाद सरकारी योजनाओं से जुड़ने में मिलेगी मदद
बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर : महिला मंडल कारा, बक्सर में संसीमित महिला बंदियों के पुनर्वास और आत्मनिर्भरता की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल की गई. महानिरीक्षक, कारा एवं सुधार सेवाएँ, बिहार, पटना के निर्देश तथा बिहार कारा हस्तक 2012 की नियमावली के आलोक में जन शिक्षण संस्थान, बक्सर द्वारा महिला बंदियों को सहायक टेक्सटाइल प्रिंटर (फैब्रिक प्रिंटिंग) का प्रशिक्षण प्रदान किया गया. यह प्रशिक्षण 02 सितंबर 2025 से 23 नवंबर 2025 तक चला.
प्रशिक्षण की समाप्ति के बाद 18 दिसंबर 2025 को महिला मंडल कारा परिसर में प्रमाण-पत्र वितरण समारोह का आयोजन किया गया. जन शिक्षण संस्थान, बक्सर की ओर से प्रशिक्षित महिला बंदियों को प्रमाण-पत्र देकर सम्मानित किया गया. इसका मुख्य उद्देश्य कारा मुक्ति के पश्चात इन महिलाओं को बिहार सरकार द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं से लाभान्वित कर आत्मनिर्भर बनाना है.
समारोह में महिला मंडल कारा, बक्सर की अधीक्षक बबीता, सहायक अधीक्षक-सह-प्रभारी उपाधिक्षक रिंकी कुमारी, प्रधान लिपिक मास्टर किशोर कृणाल सहित कारा प्रशासन के अन्य कर्मी उपस्थित रहे. वहीं जन शिक्षण संस्थान की ओर से संस्थापक अध्यक्ष निर्मल कुमार सिंह, निदेशक कुमारी मधु सिंह, अनुदेशिका गीता देवी एवं कार्यक्रम अधिकारी संजय कुमार सिंह की उपस्थिति रही.
महिला मंडल कारा, बक्सर में आयोजित इस प्रशिक्षण कार्यक्रम से संसीमित महिला बंदियों में खासा उत्साह देखा गया. बंदियों ने प्रशिक्षण को अपने भविष्य के लिए उपयोगी बताते हुए इसे नई शुरुआत का माध्यम बताया.





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