बताया कि ‘लेटर टु माय सन’ जीवन के दबाव, आत्मविश्वास की कमी और संघर्ष के समय में मार्गदर्शक की भूमिका निभाती है. किताब की भाषा और विचारों ने खास तौर पर युवाओं को प्रभावित किया.
- युवाओं से लेकर पाठकों तक, जीवन और मानसिक मजबूती पर हुआ सार्थक संवाद
- विधायक शालिनी मिश्रा से भी हुई मुलाकात, पुस्तक को बताया प्रेरणादायक
बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर : राजधानी पटना पुस्तक मेले में प्रभात प्रकाशन के स्टॉल पर आयोजित लेखक रोहित दूबे की चर्चित पुस्तक ‘लेटर टु माय सन’ का बुक साइनिंग सत्र सफलतापूर्वक सम्पन्न हुआ. इस अवसर पर बड़ी संख्या में पाठक पहुंचे और पुस्तक को लेकर अपने अनुभव साझा किए. पाठकों ने कहा कि यह किताब केवल पढ़ने की नहीं, बल्कि जीवन को समझने और कठिन दौर में खुद को संभालने की प्रेरणा देती है.
बुक साइनिंग सत्र के दौरान पुस्तक को लेकर गहरा और सार्थक संवाद देखने को मिला. कई पाठकों ने बताया कि ‘लेटर टु माय सन’ जीवन के दबाव, आत्मविश्वास की कमी और संघर्ष के समय में मार्गदर्शक की भूमिका निभाती है. किताब की भाषा और विचारों ने खास तौर पर युवाओं को प्रभावित किया.
इसी क्रम में रोहित दूबे ने ज्ञान ज्योति निकेतन स्कूल, समस्तीपुर के विद्यार्थियों से संवाद किया. बातचीत के दौरान जीवन–कौशल, मानसिक मज़बूती और कठिन परिस्थितियों में संयम बनाए रखने जैसे विषयों पर चर्चा हुई. छात्रों ने खुलकर अपने सवाल पूछे, जिनका लेखक ने बेहद सहज और व्यावहारिक तरीके से उत्तर दिया.
पटना पुस्तक मेले में ही लेखक की मुलाकात केसरिया (पूर्वी चंपारण) की विधायक शालिनी मिश्रा से भी हुई. इस दौरान युवाओं की चुनौतियों, उनकी भावनात्मक जरूरतों और समाज में सकारात्मक सोच को बढ़ावा देने पर विचार-विमर्श हुआ. विधायक शालिनी मिश्रा ने पुस्तक की सराहना करते हुए कहा कि इस तरह की रचनाएँ युवाओं को सही दिशा देने और उन्हें आत्मबल से भरने का काम करती हैं.
मेले में पाठकों का उत्साह इस बात का प्रमाण रहा कि ‘लेटर टु माय सन’ सिर्फ एक किताब नहीं, बल्कि एक विचार–यात्रा बनकर सामने आ रही है, जो पाठकों को अपने जीवन पर नए सिरे से सोचने और आगे बढ़ने की प्रेरणा देती है.





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