तबीयत ज्यादा खराब होने के बाद शुक्रवार को उन्हें सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां से चिकित्सकों ने उन्हें पटना रेफर कर दिया. बताया जा रहा है कि पटना जाने के दौरान बक्सर तथा भोजपुर के बीच कार्डियक अरेस्ट के कारण उनकी मौत हो गई.
- कई दिनों से बीमार चल रहे थे अनिल बिहारी शरण
- पटना जाने के क्रम में रास्ते में हुई मौत
बक्सर टॉप न्यूज, बक्सर: अपर लोक अभियोजक अनिल बिहारी शरण का शनिवार की अहले सुबह तकरीबन 2:30 पर निधन हो गया. बताया जा रहा है कि 60 वर्षीय अनिल शरण गले के संक्रमण से परेशान थे, जिसके बाद उनका इलाज कराया जा रहा था. इसी दौरान उनकी मृत्यु हो गई. अनिल बिहारी शरण की पत्नी मंजुला शरण निजी विद्यालय में बतौर उप प्राचार्य कार्य करती हैं. उनकी कोई संतान नहीं है.
अनिल शरण तकरीबन 20 वर्षों से व्यवहार न्यायालय में अपर लोक अभियोजक के पद पर कार्यरत थे. उनके निधन पर बक्सर में उनके सहकर्मियों तथा अधिवक्ताओं ने गहरा दुख व्यक्त किया है. लोक अभियोजक नंद गोपाल प्रसाद ने बताया है कि अनिल शरण का असमय चले जाना काफी दुखदाई है. ईश्वर उनकी आत्मा को शांति तथा स्वजनों को साहस प्रदान करें. उन्होंने बताया कि अनिल शरण बतौर अपर लोक अभियोजक उनके साथ तकरीबन 20 वर्षों से कार्य कर रहे थे. वरिष्ठ अधिवक्ता अनिल शरण सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया सह नगर परिषद बक्सर के अधिवक्ता थे. इसके साथ ही वह न्यायालय में लेख्य प्रमाणक(नोटरी पब्लिक) भी थे. लोक अभियोजक ने बताया कि प्रसिद्ध चिकित्सक डॉक्टर चुन्नीलाल उनका इलाज कर रहे थे. तबीयत ज्यादा खराब होने के बाद शुक्रवार को उन्हें सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां से चिकित्सकों ने उन्हें पटना रेफर कर दिया. बताया जा रहा है कि पटना जाने के दौरान बक्सर तथा भोजपुर के बीच कार्डियक अरेस्ट के कारण उनकी मौत हो गई.
0 Comments