बताया कि जून माह में कुल 1346 शिकायतें प्राप्त हुई थी, जिनकी समस्या का समाधान कर दिया गया है. सबसे ज्यादा विद्युत पोल गिरने की समस्या आ रही है. बैठक में जिला पदाधिकारी ने कार्यपालक अभियंता विद्युत को निर्देश दिया कि विद्युत से कितने जानवर एवं आदमी की मृत्यु हुई है उसका भी प्रतिवेदन बैठक के पूर्व दें.
बैठक में मौजूद डीएम व डीडीसी(दाएं से बाएं) |
- कार्य संस्कृति एवं समन्वय की मासिक समीक्षात्मक बैठक हुई आयोजित
- बैठक में अनुपस्थित सहकारिता पदाधिकारी से डीएम ने मांगा स्पष्टीकरण
बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: जिला पदाधिकारी अमन समीर की अध्यक्षता में सोमवार को समाहरणालय सभागार में कार्य संस्कृति एवं समन्वय की साप्ताहिक समीक्षात्मक बैठक आहूत की गई. इस दौरान सर्वप्रथम विधि शाखा के प्रभारी से जिले के सभी विभागों से एमजेसी एवं सीडब्लूजेसी मामलों की विभागवार गहन समीक्षा की गई. विभागवार गहन समीक्षा करते हुए जिला पदाधिकारी ने अविलम्ब तथ्य विवरणी बनाकर हाइकोर्ट में शपथ लेने का आदेश दिया. लोकायुक्त से संबंधित मामलों की विस्तार से समीक्षा के क्रम में जल्द मामलों पर तथ्यात्मक विवरणी भेजने हेतु निर्देशित किया गया.जिला पदाधिकारी ने बैठक में बगैर पूर्व सूचना के अनुपस्थित जिला सहकारिता पदाधिकारी पर स्पष्टीकरण करने का निर्देश दिया.
बैठक में मौजूद पदाधिकारी |
इस दौरान विद्युत प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता ने बताया कि जून माह में कुल 1346 शिकायतें प्राप्त हुई थी, जिनकी समस्या का समाधान कर दिया गया है. सबसे ज्यादा विद्युत पोल गिरने की समस्या आ रही है. बैठक में जिला पदाधिकारी ने कार्यपालक अभियंता विद्युत को निर्देश दिया कि विद्युत से कितने जानवर एवं आदमी की मृत्यु हुई है उसका भी प्रतिवेदन बैठक के पूर्व दें. बैठक में मानवाधिकार मामलों की भी समीक्षा की गई. बताया गया कि 25 मामले राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग/राज्य मानवाधिकार आयोग के लंबित है. सभी मामलों पर त्वरित कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया.जिला आईटी प्रबंधक ने बैठक में जानकारी दी कि वर्तमान में आरटीपीएस के तहत कुल 1349 मामले एक्सपायर्ड है.
बैठक में खनन पदाधिकारी एवं जिला परिवहन पदाधिकारी को संयुक्त टीम गठन कर ओवरलोडिग वाहनों की गहन जांच करने का निर्देश दिया गया. इस क्रम में जिला पदाधिकारी ने ओवरलोडिग वाहनों पर फाइन लगाने का निर्देश दिया. साथ ही, उन्होंने जिला पदाधिकारी को फाइन का प्रतिदिन प्रतिवेदन भेजने का निर्देश दिया. बैठक में कार्यपालक अभियंता बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल ने बताया कि गंगा नदी के पानी का जलस्तर 53.46 है. जो अभी खतरे के निशान से काफी नीचे है. कार्यपालक अभियंता बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल ने बताया कि सभी होमगार्ड की नियुक्ति बांध पर कर दी गई है. बैठक में उप विकास आयुक्त, अपर समाहर्ता, सिविल सर्जन एवं जिला स्तरीय पदाधिकारीगण उपस्थित थे.
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