लोगों का कहना है कि यह अंधविश्वास के अतिरिक्त और कुछ भी नहीं है. जो लोग वहां गए थे उन्होंने कहा कि वह ठगा सा महसूस कर रहे हैं. सारीमपुर निवासी बाबर अली ने जहां बाबा को फर्जी करार दिया है. वहीं, राकेश अलबेला भी इसे पाखंड ही कह रहे हैं उन्होंने कहा कि वहां कोई चमत्कार नहीं हो रहा है.
- अवैध वसूली तथा शस्त्रों के अनावश्यक प्रदर्शन के सामने आई थी बात
- पदाधिकारी ने सुरक्षा के इंतजामों का भी लिया जाएगा, कहा - कुछ भी गड़बड़ हुआ तो समिति जिम्मेदार
बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर : जिले के पिपराढ़ में आयोजिय धर्मायोजन के दौरान नियमों की धज्जियां उड़ाए जाने तथा अवैध वसूली आदि की जानकारी मिलने पर अनुमंडल पदाधिकारी धीरेंद्र कुमार मिश्रा अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी धीरज कुमार बुधवार की देर शाम सदल बल कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे और आयोजन समिति के लोगों को सख्त लहजे में यह चेतावनी दी कि किसी भी प्रकार से नियमों की अवहेलना बर्दाश्त नहीं की जाएगी. साथ ही धर्मायोजन के दौरान यदि किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना अथवा कोई गड़बड़ी होती है तो उसकी सारी जवाबदेही समिति की होगी. इतना ही नहीं जलभरी के दौरान जिस प्रकार से शस्त्रों का प्रदर्शन किया गया उसको भी लेकर अधिकारी सख्त दिखाई दिए. उन्होंने कहा कि अनावश्यक रूप से शस्त्रों का प्रदर्शन भी स्वीकार्य नहीं है जो लोग शास्त्रों का प्रदर्शन कर रहे थे उनको चिह्नित किया जा रहा है और ऐसा करने वाले व्यक्ति का शस्त्र जब्त करते हुए अनुज्ञप्ति रद्द करने की अनुशंसा भी की जाएगी. स्थानीय थाना अध्यक्ष को यह निर्देशित किया गया कि यह स्थल पर किसी भी प्रकार के असामाजिक तत्व अथवा आपराधिक प्रवृत्ति के व्यक्ति को देखे जाने पर इसकी सूचना वरीय पदाधिकारी को देते हुए त्वरित कानूनी कार्रवाई की जाए. ऐसे लोगों को चिह्नित करने के लिए वीडियोग्राफी भी कराई जा रही है.
दरअसल, राजपुर प्रखंड के पिपराढ़ गांव में आयोजित धर्मायोजन के दौरान कंबल वाले बाबा के नाम पर भोले-भाले ग्रामीणों और दूर-दराज से आए लोगों से अवैध वसूली की बात सामने आई थी. इसी बीच यह ग्रामीण सूत्रों से प्रशासन को यह मालूम चला कि पंडोखर सरकार के दरबार में शामिल होने वालों से भी वसूली की जा रही है. इतना ही नहीं कार्यक्रम स्थल पर आम लोगों की सुरक्षा के विशेष इंतजाम नहीं है, जिससे कि कभी भी कोई दुर्घटना हो सकती है. इन सभी सूचनाओं के आधार पर अनुमंडल पदाधिकारी तथा अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी भारी संख्या में पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया.
अनुमंडल पदाधिकारी के पहुंचने के बाद वसूली की पर्ची कटना बंद :
अनुमंडल पदाधिकारी धीरेंद्र कुमार मिश्रा के मौके पर पहुंचने के बाद अब कार्यक्रम स्थल पर कंबल वाले बाबा को दिखाने के नाम पर वसूली की पर्ची नहीं कट रही है. लेकिन विश्वत सूत्रों का यह कहना है कि चोरी-चुपके बिना पर्ची के ही वसूली अब भी जारी है. दरअसल, कंबल वाले बाबा के द्वारा कई असाध्य रोगों को ठीक करने का दावा किया जा रहा था और उसके लिए लोगों से उनसे 5 बार मुलाकात करने की बात कही जा रही थी. हर बार मुलाकात करने पर 500 रुपये की पर्ची कटानी पड़ती थी.
सोशल मीडिया पर लोग निकाल रहे जमकर भड़ास :
सोशल मीडिया अपनी अभिव्यक्ति के लिए लोगों को एक सशक्त माध्यम प्रदान करता है जो लोग दूर-दराज से कंबल वाले बाबा के यहां अपना इलाज करने के लिए पहुंचे थे उन्हें निराशा हाथ लगी है. लोगों का कहना हैU कि यह अंधविश्वास के अतिरिक्त और कुछ भी नहीं है. जो लोग वहां गए थे उन्होंने कहा कि वह ठगा सा महसूस कर रहे हैं. सारीमपुर निवासी बाबर अली ने जहां बाबा को फर्जी करार दिया है. वहीं, राकेश अलबेला भी इसे पाखंड ही कह रहे हैं उन्होंने कहा कि वहां कोई चमत्कार नहीं हो रहा है.
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