डाटा एंट्री ऑपरेटर्स ने जताया पुनः टंकण परीक्षा लिए जाने का विरोध ..

विगत कई वर्षों से विभिन्न एजेंसी के साथ कार्य करते आ रहे है. जब भी एजेंसी बदलती है तो टंकण टेस्ट लिया जाता है और टेस्ट के नाम पर मोटी रकम की उगाही की जाती है. जबकि सभी पूर्व में उर्मिला इन्टरनेशनल सर्विसेज प्राईवेट लिमिटेड के द्वारा ही नियुक्त किये गये है.

 










  • - कहा - पहले ली जा चुकी है परीक्षा फिर किया जा रहा परेशान
  • - परीक्षा लिए जाने को बताया गया कंपनी की साजिश

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर : बिहार चिकित्सा एवं जन स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के तत्वाधान में जिले में कार्यरत सभी डाटा ऑपरेटर्स ने उर्मिला इन्टरनेशनल सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड के द्वारा पुनः टंकण जाँच करने को लेकर विरोध जताते हुए असैनिक शल्य चिकित्सा सह मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी बक्सर को ज्ञापन सौंपा. बिहार चिकित्सा जन स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के नेता आनंद सिंह द्वारा विरोध जताते हुए कहा गया कि जिले में कार्यरत डाटा इन्ट्री ऑपरेटर विगत कई वर्षों से विभिन्न एजेंसी के साथ कार्य करते आ रहे है. जब भी एजेंसी बदलती है तो टंकण टेस्ट लिया जाता है और टेस्ट के नाम पर मोटी रकम की उगाही की जाती है. जबकि सभी पूर्व में उर्मिला इन्टरनेशनल सर्विसेज प्राईवेट लिमिटेड के द्वारा ही नियुक्त किये गये है.

उन्होंने कहा कि चूंकि उर्मिला सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड का अवधि 26.03.2024 को समाप्त हो रही है, तत्पश्चात् उक्त कंपनी का ही अवधि विस्तार राज्य स्वास्थ्य समिति, बिहार पटना के द्वारा किया गया है. कार्यादेश 27. 03. 2024 से लागू होगा. नए कार्यादेश के मापदंड के अनसार हिन्दी/अंग्रेजी टंकण और एम०एस० ऑफिस की परीक्षा आयोजित की जाएगी, जिसमें सभी डाटा एंट्री ऑपरेटर को उतीर्ण होना अनिवार्य होगा. जबकि उर्मिला इंटरनेशनल सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड द्वारा पूर्व से कार्यरत ऑपरेटर का टंकण परीक्षा लिया जा चुका है. बावजूद इसके जब टेंडर समाप्त होता है तो पैसा उगाही के लिए टंकण परीक्षा के नाम पर पुराने ऑपरेटरों को हटाने की धमकी दी जाती है, जबकि जो पैसा नहीं दे पाता उसके जगह नए लड़के को रख यह दर्शाया जाता है कि उक्त व्यक्ति ने परीक्षा पास नहीं कर पाया, जिसके कारण से उसे हटाया जाएगा.

इस बाबत बक्सर जिले के सभी डाटा ऑपरेटर द्वारा सिविल सर्जन सह सचिव जिला स्वास्थ्य समिति को एक पत्र के माध्यम से सारी जानकारी देते हुए विरोध जताया गया. पत्र में उन्होंने कहा कि पूर्व कार्यरत सभी डाटा इन्ट्री ऑपरेटर के कार्य अनुभव को देखते हुए सहानुभूतिपूर्वक विचार करने की कृपा किया जाए. वही आनंद सिंह द्वारा बताया गया कि अगर उक्त एजेंसी से ही पूर्व में कार्यरत है तो पुनः टंकण जाँच क्यों? एजेंसी के द्वारा क्या पूर्व में टंकण की जाँच परीक्षा किये बिना ही नियुक्ति पत्र जारी कर दिया गया? अगर नही तो अब फिर पुनः उसी एजेंसी के द्वारा टंकण की जाँच परीक्षा क्यों? अगर कंपनी द्वारा टंकण परीक्षा के आदेश को वापस नहीं लिया जाता है तो कार्य विराम कर अनिश्चितकालीन संघर्ष करने पर मजबूर हो जायेंगे. साथ ही बिहार चिकित्सा एवं जन स्वास्थ्य कर्मचारी संघ द्वारा पत्र जारी कर  सभी कार्यरत ऑपरेटरों को एनएचएम में समायोजन की मांग की.











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