बक्सर के बच्चों को वह दिल्ली के शिक्षकों के माध्यम से नि:शुल्क शिक्षा उपलब्ध कराएंगे. जिसके लिए जिला मुख्यालय के रामरेखा घाट के समीप जल्द ही वह कोचिंग संस्थान की शुरुआत करने जा रहे हैं, जहां न सिर्फ स्कूल व कॉलेज के विद्यार्थी बल्कि प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले बच्चे नि:शुल्क शिक्षा ग्रहण कर सकेंगे.
- बच्चों को ऑनलाइन पढ़ाएंगे दिल्ली के शिक्षक
- जिले के दुबौली गांव निवासी हैं प्रोफेसर अखिलेश कुमार दूबे
बक्सर टॉप न्यूज, बक्सर : जिले के दुबौली गांव निवासी तथा दिल्ली विश्वविद्यालय में बतौर प्राध्यापक कार्य कर रहे अखिलेश कुमार दूबे ने बताया है कि बक्सर जिले मिट्टी से उनका खास जुड़ाव ऐसे में इस मिट्टी की उपेक्षा उनसे सहन नहीं हो रही, जिसके कारण वह बक्सर के विकास के लिए प्रतिबद्ध होकर यहां पहुंचे हैं. उन्होंने बताया कि सबसे पहले शिक्षा के क्षेत्र में सुधार उनका उद्देश्य है, जिसके तहत बक्सर के बच्चों को वह दिल्ली के शिक्षकों के माध्यम से नि:शुल्क शिक्षा उपलब्ध कराएंगे. जिसके लिए जिला मुख्यालय के रामरेखा घाट के समीप जल्द ही वह कोचिंग संस्थान की शुरुआत करने जा रहे हैं, जहां न सिर्फ स्कूल व कॉलेज के विद्यार्थी बल्कि प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले बच्चे नि:शुल्क शिक्षा ग्रहण कर सकेंगे. दिल्ली के जाने-माने शिक्षक उन्हें ऑनलाइन माध्यम से शिक्षा देंगे.
श्री दूबे ने बताया कि बक्सर से ही उनकी शिक्षा-दीक्षा हुई है. प्रोफेसर एसके मिश्रा उनके गुरु रहे हैं. उन्हीं की देन है कि वह आज अपने जीवन में सफल हैं. ऐसे में वह कहीं भी रहते हैं उनकी आत्मा बक्सर से ही जुड़ी रहती है. उन्होंने बताया कि शिक्षा के साथ-साथ व स्वास्थ्य व्यवस्था को भी सुधरने की इच्छा रखते हैं ऐसे में वह चाहते हैं कि बक्सर में भी एक मल्टी स्पेशलिटी अस्पताल की स्थापना की जाए.
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