वीरता की मिसाल : बक्सर में धूमधाम से मना बाबू वीर कुंवर सिंह का विजयोत्सव

कहा कि वीर कुंवर सिंह सिर्फ बिहार ही नहीं, बल्कि पूरे भारत के गौरव हैं. इतिहास में उनका स्थान सर्वोच्च होना चाहिए. दुर्भाग्यवश आज की पीढ़ी उनके संघर्षों से अनजान है. ऐसे आयोजनों के माध्यम से ही हम उनके विचारों को जीवित रख सकते हैं.









                                           



  • प्रतिमा पर माल्यार्पण कर दी गई श्रद्धांजलि
  • भाजपा व जदयू नेताओं ने साझा किया वीरता का संदेश

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर : 1857 की क्रांति के महानायक बाबू वीर कुंवर सिंह की जयंती के अवसर पर बक्सर में भव्य विजयोत्सव का आयोजन किया गया. नगर थाना के सामने स्थित उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धा सुमन अर्पित किए गए. कार्यक्रम में भारत माता की जय और वीर कुंवर सिंह अमर रहें के नारों से वातावरण गूंज उठा.

इस अवसर पर वक्ताओं ने कहा कि 80 वर्ष की आयु में अंग्रेजों से लोहा लेने वाले वीर कुंवर सिंह सच्चे मायनों में देशभक्ति और साहस की जीवंत मिसाल हैं. उनके योगदान को आने वाली पीढ़ियों तक पहुंचाना हम सभी का कर्तव्य है. विजयोत्सव के दौरान युवाओं, बुजुर्गों और सामाजिक कार्यकर्ताओं की बड़ी भागीदारी रही.

कार्यक्रम में भाजपा के बिहार प्रदेश राज्य कार्यकारिणी सदस्य व पूर्व प्रदेश महासचिव कमलेश कुमार सिंह, जदयू के बिहार प्रदेश महासचिव (युवा) आजाद सिंह राठौर, चंदन, मंटू सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे. सभी ने वीर कुंवर सिंह की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की और उनके बलिदान को याद किया.

वक्ताओं ने कहा कि वीर कुंवर सिंह सिर्फ बिहार ही नहीं, बल्कि पूरे भारत के गौरव हैं. इतिहास में उनका स्थान सर्वोच्च होना चाहिए. दुर्भाग्यवश आज की पीढ़ी उनके संघर्षों से अनजान है. ऐसे आयोजनों के माध्यम से ही हम उनके विचारों को जीवित रख सकते हैं.

कार्यक्रम में यह भी कहा गया कि बाबू वीर कुंवर सिंह की वीरता, संगठन क्षमता और देशप्रेम आज भी प्रेरणास्रोत हैं. उन्होंने न केवल अंग्रेजों से बल्कि गुलामी की मानसिकता से भी युद्ध लड़ा. उनकी जयंती पर यह संकल्प लिया गया कि उनके जीवन संदेश को गांव-गांव तक पहुंचाया जाएगा.

इस आयोजन में नगर के कई युवाओं, सामाजिक कार्यकर्ताओं और गणमान्य नागरिकों ने सक्रिय भागीदारी निभाई। आयोजन को ऐतिहासिक, प्रेरणादायी और जन-जागरण से भरपूर बताया गया। कार्यक्रम का समापन देशभक्ति नारों और श्रद्धांजलि के साथ हुआ।










Post a Comment

0 Comments