दुर्भाग्यवश आज की युवा पीढ़ी को धर्मग्रंथों की समझ नहीं है और न ही आत्मरक्षा की शिक्षा. उन्होंने कहा कि धर्म, नीति और संस्कृति का ज्ञान शास्त्रों से मिलता है जबकि शस्त्र राष्ट्र और आत्मरक्षा की चेतना जागृत करते हैं.
- कथा के छठे दिन अभिनेत्री सुगंधा मिश्रा पहुंचीं व्यासपीठ, लिया आशीर्वाद
- सनातन संस्कृति और आत्मरक्षा दोनों के ज्ञान पर पूज्य महाराज ने दिया जोर
बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर : व्यासपीठ पर पूज्य श्री देवकीनंदन ठाकुर जी महाराज के पावन सान्निध्य में चल रही दिव्य श्रीमद्भागवत कथा के छठे दिन भक्तों की अपार भीड़ उमड़ी. कथा के समापन के बाद पूज्य महाराज ने घोषणा की कि एक विशाल सनातन यात्रा निकाली जाएगी, जिसका उद्देश्य सनातन बोर्ड का गठन, कृष्ण जन्मभूमि के पुनर्निर्माण और विश्व मंच पर सनातन धर्म का गौरव पुनर्स्थापित करना होगा.
पूज्य महाराज श्री ने कहा कि आज समाज को शास्त्र और शस्त्र — दोनों का संतुलित ज्ञान होना आवश्यक है. दुर्भाग्यवश आज की युवा पीढ़ी को धर्मग्रंथों की समझ नहीं है और न ही आत्मरक्षा की शिक्षा. उन्होंने कहा कि धर्म, नीति और संस्कृति का ज्ञान शास्त्रों से मिलता है जबकि शस्त्र राष्ट्र और आत्मरक्षा की चेतना जागृत करते हैं. दोनों का संतुलन ही संपूर्ण और जिम्मेदार नागरिक निर्माण करता है.
कथा के दौरान पूज्य महाराज ने गौसंरक्षण पर भी विशेष चिंता व्यक्त की. उन्होंने कहा कि आज गाय को माता कहने वाले भी लाभ समाप्त होते ही उसे त्याग देते हैं. यह न केवल धार्मिक अपराध है, बल्कि मानवीय संवेदनाओं के भी विपरीत है. गाय का सेवा और पालन जीवनपर्यंत होना चाहिए.
उन्होंने कहा कि आज हिंदू समाज अपने गौरवशाली इतिहास और धार्मिक ग्रंथों से दूर होता जा रहा है. रामायण, गीता, श्रीमद्भागवत, उपनिषद जैसे ग्रंथ अब घरों से ओझल हो रहे हैं. वहीं, बच्चे मोबाइल, गेम्स और सोशल मीडिया में उलझकर शास्त्रों की मूल चेतना से कटते जा रहे हैं. ऐसी पीढ़ी के पास जब न आत्मबल है, न चरित्रबल और न ही राष्ट्रभक्ति, तो वह आने वाली चुनौतियों से कैसे लड़ेगी?
पूज्य ठाकुर जी ने कहा कि धन कमाना गलत नहीं, परंतु जब वह धर्म और सेवा भावना से रहित हो, तो समाज में केवल स्वार्थ की प्रवृत्ति फैलती है. उन्होंने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण ने जब गोवर्धन पर्वत को कनिष्ठिका पर उठाया, तो यह केवल चमत्कार नहीं, आत्मबल और भक्ति का प्रतीक था.
इस अवसर पर मंच पर अभिनेत्री सुगंधा मिश्रा ने पहुंचकर व्यासपीठ का आशीर्वाद प्राप्त किया और कथा श्रवण किया. उन्होंने भक्तों को संबोधित करते हुए ऐसे दिव्य आयोजनों की आवश्यकता पर बल दिया.
कथा में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के राष्ट्रीय महामंत्री याज्ञवल्क्य शुक्ल भी उपस्थित रहे. उन्होंने आयोजन समिति को बधाई देते हुए कहा कि भागवत कथा जैसे आयोजन समाज में धर्म के प्रति जागरूकता लाने का कार्य करते हैं.
पूरे कार्यक्रम में आयोजन समिति के विजय मिश्र समेत कई कार्यकर्ता व्यवस्था में जुटे रहे. मीडिया प्रभारी सौरभ तिवारी ने यह जानकारी दी.
कल व्यासपीठ पर पूज्य स्वामी चिन्मयानंद जी कथा वाचन करेंगे.
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