पॉवर प्लांट के अधिकारी, कर्मचारी व श्रमजीवी बड़ी संख्या में शामिल हुए. कार्यक्रम का उद्देश्य आग लगने की स्थिति में त्वरित और प्रभावी प्रतिक्रिया देने के उपायों को समझना और अभ्यास करना था.
- तेल व कोयला भंडारण क्षेत्रों में आग से बचाव की तकनीकों का अभ्यास
- अधिकारियों और कर्मियों ने अग्निशमन यंत्रों का किया सफल प्रयोग
बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर : अग्नि सुरक्षा सप्ताह के अंतर्गत शनिवार को चौसा स्थित एसवीजेएन पॉवर प्लांट में एक वृहद अग्नि सुरक्षा मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया. यह आयोजन जिला अग्निशमन विभाग के सहयोग से किया गया, जिसमें पॉवर प्लांट के अधिकारी, कर्मचारी व श्रमजीवी बड़ी संख्या में शामिल हुए. कार्यक्रम का उद्देश्य आग लगने की स्थिति में त्वरित और प्रभावी प्रतिक्रिया देने के उपायों को समझना और अभ्यास करना था.
इस मॉक ड्रिल का नेतृत्व बक्सर के जिला अग्निशमन पदाधिकारी विनोद कुमार यादव ने किया. उनके निर्देशन में अग्निशमन कर्मियों ने पॉवर प्लांट के संवेदनशील क्षेत्रों, विशेषकर तेल व कोयला भंडार, में आग लगने की संभावनाओं और उनसे निपटने के उपायों पर विस्तृत जानकारी दी. उन्होंने बताया कि आग लगने की स्थिति में प्रारंभिक प्रतिक्रिया कितनी कारगर हो सकती है, यह प्रशिक्षण और जागरूकता पर निर्भर करता है.
मॉक ड्रिल के दौरान कर्मचारियों को आग के विभिन्न प्रकारों और उनके अनुसार उपयुक्त अग्निशमन यंत्रों के चयन व प्रयोग की जानकारी दी गई. पानी के टैंकर, फायर फाइटिंग पाइपलाइन और अग्निशमन यंत्रों का现场 प्रदर्शन किया गया. इसके अलावा, प्लांट कर्मियों ने खुद भी इन यंत्रों का इस्तेमाल कर कृत्रिम आग पर काबू पाने का अभ्यास किया, जिससे उनकी प्रतिक्रिया क्षमता को परखा और बढ़ाया जा सके.
कार्यक्रम में एसवीजेएन पॉवर प्लांट के महाप्रबंधक (विद्युत) केके कनोजिया, प्रशिक्षु जिला अग्निशमन पदाधिकारी मंजीत सिंह, सहायक जिला अग्निशमन पदाधिकारी सत्यदेव सिंह, अनुमंडल अग्निशाम पदाधिकारी शिखा कुमारी, पॉवर प्लांट के अग्नि सुरक्षा अधिकारी धीरज कुमार सहित अग्निशमन विभाग के अन्य कर्मी उपस्थित थे. सभी ने मॉक ड्रिल के विभिन्न पहलुओं का निरीक्षण किया और आवश्यक सुझाव भी दिए.
मॉक ड्रिल के समापन के बाद, जिला अग्निशमन पदाधिकारी विनोद कुमार यादव और पॉवर प्लांट के महाप्रबंधक केके कनोजिया के बीच अग्नि सुरक्षा के भविष्य को लेकर एक विशेष बैठक हुई, जिसमें प्लांट की सुरक्षा व्यवस्था को और सुदृढ़ करने के सुझावों पर चर्चा की गई.
इस आयोजन ने न केवल पॉवर प्लांट के कर्मियों में अग्नि सुरक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ाई, बल्कि उन्हें किसी भी आपात स्थिति में आत्मनिर्भर व तत्पर बनाने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. आयोजन की सफलता ने यह साबित कर दिया कि आपदा प्रबंधन के लिए समय-समय पर होने वाली ऐसी मॉक ड्रिल कितनी आवश्यक हैं.
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