अहियापुर हत्याकांड : पूर्व जिला परिषद अध्यक्ष प्रतिनिधि और उपाध्यक्ष नामजद, तीन की मौत, अठारह पर एफआइआर, दस खोखे चुन लाई पुलिस ..

पूर्व जिला परिषद अध्यक्ष प्रतिनिधि मनोज यादव और पूर्व जिला परिषद उपाध्यक्ष संतोष यादव समेत 18 नामजद और अन्य अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराई है. पुलिस ने घटनास्थल से दस खोखा और एक सफारी वाहन बरामद किया है. गांव में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात है और नामजद आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर लगातार छापेमारी की जा रही है.









                                           




  • गिट्टी-बालू के कारोबार में खूनी संघर्ष
  • डीआइजी समेत डीएम-एसपी ने संभाला मोर्चा

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर : जिले के राजपुर थाना क्षेत्र के अहियापुर गांव में शनिवार सुबह हुए खूनी संघर्ष में तीन लोगों की जान चली गई. विवाद गिट्टी-बालू के कारोबार को लेकर हुआ था. विवाद के दौरान दोनों पक्षों के बीच पहले लाठी-डंडे चले और फिर ताबड़तोड़ गोलियां चलीं. इस घटना में तीन की मौत और दो लोग घायल हुए हैं. मृतकों के परिजनों ने पूर्व जिला परिषद अध्यक्ष प्रतिनिधि मनोज यादव और पूर्व जिला परिषद उपाध्यक्ष संतोष यादव समेत 18 नामजद और अन्य अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराई है. पुलिस ने घटनास्थल से दस खोखा और एक सफारी वाहन बरामद किया है. गांव में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात है और नामजद आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर लगातार छापेमारी की जा रही है.

घटना शनिवार तड़के करीब पांच बजे की है. अहियापुर गांव में गिट्टी-बालू बेचने को लेकर दो पक्षों के बीच विवाद शुरू हुआ. विवाद ने देखते ही देखते हिंसक रूप ले लिया. पहले लाठियां चलीं, फिर एक पक्ष की ओर से गोलियां चलाई गईं. इस फायरिंग में विनोद सिंह यादव और सुनील सिंह यादव की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि रविंद्र सिंह की मौत इलाज के दौरान हो गई. दो अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हैं जिनका इलाज बक्सर और बनारस में चल रहा है.

घटना की सूचना मिलते ही जिला प्रशासन हरकत में आया. डीएम अंशुल अग्रवाल और एसपी शुभम आर्य फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे. स्थिति की गंभीरता को देखते हुए शाहाबाद रेंज के डीआईजी डॉ. सत्य प्रकाश भी अहियापुर पहुंचे. उन्होंने मौके का जायजा लिया और पुलिस अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए. डीआईजी ने पीड़ित परिवारों से मुलाकात कर न्याय का भरोसा दिलाया और कहा कि किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा.

राजपुर थानाध्यक्ष संतोष कुमार ने बताया कि मृतकों के परिजनों ने पूर्व जिला परिषद अध्यक्ष प्रतिनिधि मनोज यादव, पूर्व जिला परिषद उपाध्यक्ष संतोष यादव समेत 18 लोगों को नामजद किया है. साथ ही कई अन्य अज्ञात को भी प्राथमिकी में शामिल किया गया है. पुलिस ने घटनास्थल से दस खोखा और एक चार चक्का वाहन जब्त किया है. मामले की छानबीन की जा रही है और जल्द ही आरोपियों की गिरफ्तारी की जाएगी.

गांव में तनावपूर्ण शांति बनी हुई है. पुलिस बल कैंप कर रहा है ताकि किसी तरह की अप्रिय घटना दोबारा न हो. इस घटना ने न सिर्फ स्थानीय राजनीति में हलचल पैदा की है बल्कि पंचायत स्तर की गुटबाजी और अपराधीकरण पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं. अब सबकी नजर इस पर टिकी है कि पुलिस कितनी जल्दी इस कांड के आरोपियों को सलाखों के पीछे भेजती है.










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