कहना है कि उन्होंने इस मामले को वर्ष 2020 में ही अंचल कार्यालय और जिला लोक शिकायत निवारण केंद्र में उठाया था. इसके बाद अनुमंडल पदाधिकारी और स्वयं जिलाधिकारी से भी मिल चुके हैं, लेकिन आज तक न तो कुएं की खुदाई हुई और न ही दोषियों पर कोई कार्रवाई की गई.
![]() |
कुएं को भरने के दौरान ली गई तस्वीर |
- सरकार चला रही जल स्रोतों को बचाने की योजना, प्रशासनिक लापरवाही से मिट्टी में मिल रहे पुराने कुंए
- राजपुर थाना क्षेत्र के तिवाय गांव निवासी दशरथ सिंह ने डीएम को सौंपा आवेदन, कहा– पांच साल से भटक रहा
बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर : जल जीवन हरियाली योजना के तहत जल स्रोतों को संरक्षित करने की सरकारी कवायद को बक्सर जिले में करारा झटका लगा है. जिले के राजपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत तिवाय गांव में एक ग्रामीण दशरथ सिंह ने आरोप लगाया है कि उनके घर में मौजूद वर्षों पुराना कुआं गांव के ही कुछ लोगों द्वारा जबरन मिट्टी डालकर भर दिया गया है. उन्होंने इस गंभीर मामले को लेकर बक्सर के जिलाधिकारी से न्याय की गुहार लगाई है.
दशरथ सिंह का कहना है कि उन्होंने इस मामले को वर्ष 2020 में ही अंचल कार्यालय और जिला लोक शिकायत निवारण केंद्र में उठाया था. इसके बाद अनुमंडल पदाधिकारी और स्वयं जिलाधिकारी से भी मिल चुके हैं, लेकिन आज तक न तो कुएं की खुदाई हुई और न ही दोषियों पर कोई कार्रवाई की गई.
उन्होंने कहा कि राजपुर अंचलाधिकारी से रिपोर्ट मांगी गई थी, लेकिन कर्मचारी द्वारा कोई भी जवाब नहीं दिया गया. जब मामला अनुमंडल पदाधिकारी तक पहुंचा तो उन्होंने भी इसे फिर से लोक शिकायत में भेज दिया, जहां पहले ही तारीख पर उनका मामला खारिज करने की बात कह दी गई.
दशरथ सिंह ने बताया कि कुआं उनके दरवाजे के पास स्थित है और वर्षों से पारिवारिक जल स्रोत के रूप में उपयोग में था. लेकिन गांव के ही तेजनारायण सिंह और देवधारी सिंह ने उसे जबरन भर दिया है. प्रशासन की निष्क्रियता से वे पिछले पांच वर्षों से परेशान हैं. विरोध करने पर इनलोगों ने उन्हें तथा उनकी पत्नी की पिटाई भी की.
अब उन्होंने जिलाधिकारी से अंतिम उम्मीद जताते हुए अपील की है कि जल जीवन हरियाली योजना की भावना के अनुरूप इस पुराने जल स्रोत को पुनः खुदवाया जाए और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए.
वीडियो :
0 Comments