कहा कि एसआइपी स्कीम में पैसा लगाने पर उन्हें भारी मुनाफा होगा. ठगों की बातों पर भरोसा करते हुए आकाश राज ने 50 हजार रुपये बताए गए खाते में ट्रांसफर कर दिए. रकम डेबिट हो जाने के बावजूद निवेश की प्रक्रिया पूरी नहीं हुई.
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पीड़ित व्यक्ति को राशि दिलवाने के बाद उसके साथ मौजूद साइबर डीएसपी व अन्य |
- एसआइपी स्कीम में मोटे मुनाफे का दिया था झांसा
- खाते को फ्रीज कर साइबर थाना ने किया पैसा रिकवर
बक्सर टॉप न्यूज, बक्सर : जिले में ऑनलाइन निवेश के नाम पर ठगी का मामला सामने आया है. साइबर अपराधियों ने एक युवक को एसआइपी (सिस्टेमेटिक इन्वेस्टमेंट प्लान) में अधिक लाभ दिलाने का लालच देकर 50 हजार रुपये ठग लिए. हालांकि साइबर थाना की तत्परता और सक्रियता से पीड़ित की पूरी राशि रिकवर कर उसे वापस करा दिया गया. इस घटना से साफ हो गया है कि समय रहते शिकायत दर्ज कराने पर ठगी से बचाव और रकम की सुरक्षा संभव है.
यह मामला बगेन गोला निवासी आकाश राज से जुड़ा है. जानकारी के अनुसार, 2 जुलाई को उन्हें फोन कर ऑनलाइन निवेश का झांसा दिया गया. कॉल करने वाले ने कहा कि एसआइपी स्कीम में पैसा लगाने पर उन्हें भारी मुनाफा होगा. ठगों की बातों पर भरोसा करते हुए आकाश राज ने 50 हजार रुपये बताए गए खाते में ट्रांसफर कर दिए. रकम डेबिट हो जाने के बावजूद निवेश की प्रक्रिया पूरी नहीं हुई. करीब एक सप्ताह तक कोई प्रतिक्रिया न मिलने पर आकाश ने साइबर क्राइम पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराई.
शिकायत मिलते ही बक्सर साइबर थाना हरकत में आया. साइबर डीएसपी अविनाश कुमार कश्यप ने बताया कि जांच के दौरान उस बैंक खाते की पहचान कर ली गई जिसमें ठगों ने रुपये ट्रांसफर कराए थे. तत्परता दिखाते हुए खाते को तुरंत फ्रीज कराया गया. इसके बाद बैंक अधिकारियों से समन्वय कर रिकवरी की प्रक्रिया पूरी की गई. अंततः मंगलवार को पीड़ित के पूरे 50 हजार रुपये सुरक्षित वापस करा दिए गए.
डीएसपी ने इस प्रकरण के आधार पर लोगों को जागरूक रहने की सलाह दी. उन्होंने कहा कि ऑनलाइन ठगी से बचने का सबसे बड़ा उपाय सतर्कता है. किसी भी तरह के लालच या फर्जी ऑफर पर भरोसा नहीं करना चाहिए. निवेश करने से पहले कंपनी या संस्था की विश्वसनीयता अवश्य जांच लें. उन्होंने यह भी अपील की कि यदि किसी के साथ ऑनलाइन ठगी होती है तो तुरंत 1930 टोल-फ्री नंबर पर कॉल करें या साइबर क्राइम पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराएं. समय रहते दी गई सूचना से ही पीड़ित की राशि सुरक्षित कराई जा सकती है.
इस घटना ने जहां ठगों की नई तरकीब को उजागर किया है, वहीं साइबर थाना की त्वरित कार्रवाई से लोगों का भरोसा भी बढ़ा है. आकाश राज को उनकी पूरी राशि वापस मिलने से राहत मिली है और अन्य लोगों के लिए यह सबक है कि किसी भी निवेश से पहले जांच-परख बेहद जरूरी है.
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