ठंड के कारण सर्दी, खांसी, बुखार और अन्य मौसमी बीमारियों का खतरा बढ़ गया है, खासकर छोटे बच्चों के लिए सुबह और शाम के समय स्कूल आना-जाना जोखिम भरा हो सकता है. इसी को ध्यान में रखते हुए पहले जारी आदेश में आंशिक संशोधन किया गया है.

- डीएम के आदेश पर निजी विद्यालयों, प्री-स्कूल और आंगनबाड़ी केंद्रों में 27 दिसंबर तक कक्षाएं बंद
- सुबह-शाम कम तापमान से बच्चों के स्वास्थ्य पर खतरे की आशंका
बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर : जिले में लगातार जारी भीषण ठंड और सुबह-शाम अत्यधिक कम तापमान को देखते हुए जिला प्रशासन ने स्कूली बच्चों के हित में बड़ा फैसला लिया है. कक्षा 1 से 8 तक के विद्यार्थियों के लिए निजी विद्यालयों, प्री-स्कूल और आंगनबाड़ी केंद्रों में पठन-पाठन पर लगी रोक को 27 दिसंबर 2025 तक बढ़ा दिया गया है.
प्रशासन का कहना है कि मौजूदा मौसम की स्थिति बच्चों के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकती है. ठंड के कारण सर्दी, खांसी, बुखार और अन्य मौसमी बीमारियों का खतरा बढ़ गया है, खासकर छोटे बच्चों के लिए सुबह और शाम के समय स्कूल आना-जाना जोखिम भरा हो सकता है. इसी को ध्यान में रखते हुए पहले जारी आदेश में आंशिक संशोधन किया गया है.
जिलाधिकारी साहिला, भा.प्र.से., बक्सर के आदेश पर भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता की धारा 163 के तहत यह निर्देश जारी किया गया है. आदेश में स्पष्ट किया गया है कि निर्धारित अवधि के दौरान किसी भी निजी विद्यालय, प्री-स्कूल या आंगनबाड़ी केंद्र में कक्षा 1 से 8 तक का पठन-पाठन कार्य पूर्ण रूप से प्रतिबंधित रहेगा. आदेश का उल्लंघन करने वाले संस्थानों पर विधिसम्मत कार्रवाई की जाएगी.
जिला प्रशासन ने सभी विद्यालय प्रबंधन को निर्देश दिया है कि वे आदेश का सख्ती से पालन सुनिश्चित करें. साथ ही अभिभावकों से अपील की गई है कि वे बच्चों को ठंड से बचाने के लिए गर्म कपड़े पहनाएं और सुबह-शाम अनावश्यक रूप से घर से बाहर न निकलने दें. मौसम सामान्य होने तक सतर्कता बरतने की सलाह भी दी गई है.




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