सभी ने उम्मीद जताई कि नए जिला पदाधिकारी अमन समीर द्वारा निजी विद्यालयों के संचालकों के साथ साथ लाखों अभिभावकों और बच्चों के भविष्य को ध्यान में रखते हुए शीघ्र ही किताबों की दुकानों को खोले जाने का निर्देश दिया जाएगा.
- कहा, लाखों बच्चों के भविष्य का है सवाल
- डीएम से जताई उचित फैसला लेने की उम्मीद
बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: जिले के स्कूल के संचालकों की एक आपात बैठक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से हुई. इस बैठक में निजी स्कूल संचालकों ने जिला प्रशासन पर मनमाना रवैया अपनाने का आरोप लगाते हुए कहा कि, जिला प्रशासन के द्वारा केंद्र तथा राज्य सरकार के निर्देश के बावजूद किताबों की दुकानों को खोले जाने की छूट नहीं दी जा रही है. ऐसे में जिले के लाखों बच्चों का भविष्य अंधकारमय हो गया है.
लॉक डाउन में ऑनलाइन पढ़ाई के साथ-साथ बच्चों के लिए किताबों की उपयोगिता भी कम नहीं है. ऐसे में केंद्र तथा राज्य सरकार ने इस बात को समझा है और किताबों की दुकानों को सोशल डिस्टेंसिंग का अनुपालन करते हुए एक निश्चित समयावधि में खोलने का निर्देश दिया गया है लेकिन, जिला प्रशासन के द्वारा मनमाना रवैया अपनाते हुए अभी तक इस विषय में कोई पहल नहीं की गई है.
स्कूल संचालकों की ऑनलाइन आपात बैठक में शामिल संचालकों में प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन के संयोजक रविंद्र सिंह निजी विद्यालय संचालक भरत प्रसाद समीक्षा तिवारी, प्रीति दूबे, सरोज सिंह, निर्मल सिंह, योगेंद्र कुमार, अनूप कुमार समेत कई लोग मौजूद रहे. सभी ने एक स्वर में कहा कि, निजी स्कूल संचालकों ने जिला प्रशासन के साथ हमेशा सहयोगात्मक रवैया अपनाया है. बावजूद इसके प्रशासन के तरफ से हमेशा निजी विद्यालयों की उपेक्षा की गई है. सभी ने उम्मीद जताई कि नए जिला पदाधिकारी अमन समीर द्वारा निजी विद्यालयों के संचालकों के साथ साथ लाखों अभिभावकों और बच्चों के भविष्य को ध्यान में रखते हुए शीघ्र ही किताबों की दुकानों को खोले जाने का निर्देश दिया जाएगा.
उधर इस संदर्भ में पूछे जाने पर जिला शिक्षा पदाधिकारी विजय नारायण झा ने बताया कि, जिला अधिकारी शीघ्र ही इस संदर्भ में कोई निर्णय ले सकते हैं. क्योंकि, जिलेवार परिस्थितियों को देखते हुए इस आदेश का अनुपालन कराया जाना है. ऐसे में गहन समीक्षा के उपरांत जिलाधिकारी ने इस संदर्भ में कोई आदेश दे सकते हैं.
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