वीडियो : दो दिवसीय कृषि यांत्रिकरण मेला के नाम पर खानापूर्ति, 108 की जगह 15 यंत्रो की प्रदर्शनी, निराश लौटे किसान ..

पहले दिन 12 दिसम्बर को मात्र 13 किसान ही इस मेले में पहुंचे. इसी तरह के हालात दूसरे दिन भी बने रहे. जिसके कारण समय से पहले ही मेले को बंद कर डीलर निकल गए. इसके अतिरिक्त जिन किसानों को अनुदान का स्वीकृति पत्र मिला है उनसे डीलर से ज्यादा वसूल रहे हैं, जबकि किसानों को घर पहुंच कर उससे कम कीमत में यंत्र मिल जा रहे हैं.







- जिला मुख्यालय के बाजार समिति प्रांगण में लगाया गया था दो दिवसीय कृषि यांत्रिकीकरण मेला
- लोग मान रहे प्रचार प्रसार का आभाव, जिला कृषि पदाधिकारी ने कहा- करेंगे समीक्षा

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर : जिला मुख्यालय के बाजार समिति प्रांगण में कृषि विभाग के द्वारा 12 और 13 दिसम्बर को दो दिवसीय कृषि यांत्रिकीकरण मेले की शुरुआत जिला अधिकारी अंशुल अग्रवाल ने दीप प्रज्वलित कर की थी. लेकिन हैरानी की बात है कि दो दिवसीय इस कृषि यांत्रिकरण मेले में दो दर्जन भी किसान नही पहुंचे. जिससे डीलरों को मायूस होकर समय से पहले ही मेले को बंद कर लौटना पड़ा. 

डीलरों ने नाम नही छापने के शर्त पर बताया कि विभाग के द्वारा किसानों के बीच प्रचार-प्रसार ही नही किया गया. जिसके कारण किसान नहीं आए. हालांकि किसानों की अनुपस्थिति को लेकर जब जिला कृषि पदाधिकारी शत्रुघ्न साह से फोन पर बात की गई तो उन्होंने कहा कि हम कोर्ट में काम से आये हैं ऐसी कोई जानकारी हमारे पास नहीं है. विभाग इसकी समीक्षा करेगा कि आखिर किसान कृषि मेले में क्यों नहीं पहुंचे?


किसानों का आरोप : 

जिले के कुल ग्यारह प्रखंडों में 2 लाख 22 हजार रजिस्टर्ड  किसान हैं. मेले के पहले दिन 12 दिसम्बर को मात्र 13 किसान ही इस मेले में पहुंचे. इसी तरह के हालात दूसरे दिन भी बने रहे. जिसके कारण समय से पहले ही मेले को बंद कर डीलर निकल गए. इसके अतिरिक्त जिन किसानों को अनुदान का स्वीकृति पत्र मिला है उनसे डीलर से ज्यादा वसूल रहे हैं, जबकि किसानों को घर पहुंच कर उससे कम कीमत में यंत्र मिल जा रहे हैं.

सरकार ने 437 किसानों को दिया है 1 करोड़ 66 लाख 14 हज़ार 500 रुपये का अनुदान :

जिला कृषि पदाधिकारी से मिली जानकारी के अनुसार इस बार कृषि मेला से पहले राज्य सरकार के द्वारा जिले के 437 वैसे किसान जिन्होंने यंत्र खरीदने के लिए ऑनलाइन आवेदन किया था, उनको अनुदान के रूप में राज्य सरकार ने केवल बक्सर जिले में 1 करोड़ 66 लाख 14 हज़ार 500 अनुदान की राशि देने की घोषणा की है. उसके बाद भी मात्र 13 किसान ही इसका लाभ उठा पाए. 

मेले में पहुंचे किसानों ने बताया कि मेले में वैसे ही यंत्रो को लाया गया है, जिसे खरीद पाना छोटे किसानों के बस की बात नही है. 108 यंत्रो की सूची प्रकाशित कर 14-15 यन्त्र को ही मेले में लाया गया है. अनुदान पर मिलने के कारण उनकी भी कीमत बाजार मूल्य से अधिक हो रही है. ऐसे में किसान इस मेले में आकर क्या करेंगे?

गौरतलब हो कि दो दिवसीय कृषि यांत्रिकीकरण मेले के नाम पर विभाग ने 1 लाख 50 हजार की राशि खर्च की है उसके बाद भी प्रचार प्रसार के अभाव में किसानों तक मेले की जानकारी नही हो पाई. किसानों के पास यंत्रो का परमिट होने के बाद भी बिना खरीददारी किये ही वह निराश होकर लौट गए.

वीडियो : 







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