साइंस सह सोशल साइंस एक्जीविशन में बाल वैज्ञानिकों की प्रतिभा के कायल हुए डीएम ..

कहा कि विद्यालय में इस तरह का आयोजन होना बच्चों के उत्साह को सही दिशा देता है. डीएम ने कहा कि बक्सर के बच्चों में सफलता की पूरी क्षमता है. कोई भी प्रतियोगिता परीक्षा हो उनमे बक्सर के बच्चे अव्वल हो रहें हैं. उन्होंने कहा कि पठन-पाठन के अलावा विद्यालय में इस तरह की गतिविधिया बच्चों के सर्वांगिक विकास के लिए बहुत जरुरी हैं.










- बोले डीएम, बक्सर के बच्चों में सफलता की सारी क्षमता मौजूद 
- जिले के सदर प्रखंड के कमरपुर पंचायत के कृतपुरा गांव में हुआ था आयोजन

बक्सर टॉप न्यूज, बक्सर : जिले के सदर प्रखंड अंतर्गत कमरपुर पंचायत के कृतपुरा स्थित एसo एसo कान्वेंट स्कूल के प्रांगण में शानदार विज्ञान सह सामाजिक विज्ञान प्रदर्शनी का आयोजन किया गया. मुख्य अथिति  जिलाधिकारी श्री अंशुल अग्रवाल के साथ प्रखंड विकास विकास पदाधिकारी रोहित मिश्रा भी शामिल हुए. वेलकम क्लैप व स्वागत गीत के साथ जिलाधिकारी का स्वागत किया गया. कार्यक्रम की शुरुआत जिलाधिकारी ने दीप प्रज्वलित और फीता काट कर किया गया. विज्ञान सह सामाजिक विज्ञान प्रदर्शनी को लेकर बच्चों का उत्साह देखते ही बन रहा था. इस प्रदर्शनी में कक्षा पाँच से आंठवी तक के विद्यार्थियों ने विज्ञान व सामाजिक विज्ञान के विभिन्न मॉडल का प्रदर्शन करते हुए अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया.

जिलाधिकारी के आगमन को लेकर बच्चों में बहुत ही उत्साह दिखा. जिलाधिकारी अंशुल अग्रवाल ने अपने संबोधन में बच्चों के उत्साहित मन को लेकर कहा कि विद्यालय में इस तरह का आयोजन होना बच्चों के उत्साह को सही दिशा देता है. डीएम ने कहा कि बक्सर के बच्चों में सफलता की पूरी क्षमता है. कोई भी प्रतियोगिता परीक्षा हो उनमे बक्सर के बच्चे अव्वल हो रहें हैं. उन्होंने कहा कि पठन-पाठन के अलावा विद्यालय में इस तरह की गतिविधिया बच्चों के सर्वांगिक विकास के लिए बहुत जरुरी हैं. इसके बाद डीएम ने एक एक कर बच्चों द्वारा बनाये विज्ञान एवं सामाजिक विज्ञान के मॉडल का सूक्ष्म निरीक्षण किया और उसके बारे में बाल वैज्ञानिकों से प्रश्न भी पूछे जिनका बच्चों ने खूबसूरती से जवाब भी दिया. 

इस दौरान विद्यालय की निर्देशिका वंदना राय ने बाल वैज्ञानिकों के इस  साइंस सह सोशल साइंस एक्जीविशन में  जिलाधिकारी औऱ कार्यक्रम के मुख्य अतिथि अंशुल अग्रवाल और प्रखंड विकास पदाधिकारी रोहित मिश्रा सहित अन्य आगंतुकों का स्वागत  पौधा देकर किया. 

निदेशिका ने अपने संबोधन में कहा कि साइंस कम सोसल साइंस एक्जीविशन  स्टूडेंट्स को उनकी Regular thinking and implementation ability  से निकल कर जाने के लिए प्रोत्साहित करने का एक  बहुत ही लोकप्रिय तरीका रही है. ये न केवल बच्चों को विज्ञान के बारे में अपनी समझ प्रदर्शित करने का अवसर प्रदान करते हैं, बल्कि उन्हें अद्वितीय अवधारणाओं, विचारों और सिद्धांतों के साथ आने के लिए  स्टडी और रिसर्च करने के लिए भी प्रेरित करते हैं. 


उन्होंने आगे कहा कि शिक्षा प्रणाली में  बहुत बदलाव हुए हैं, विज्ञान लगातार विकसित हो रहा है, नए नए रोचक तथ्य उजागर कर सामने ला रहा है. ऐसे में स्कूल भी  अपने स्टूडेंट्स  को सैद्धांतिक तथ्यों को बेहतर ढंग से समझने और व्यावहारिक प्रयोगों और वैज्ञानिक परियोजनाओं के माध्यम से वर्तमान विकास के साथ साथ भविष्य के लिए अद्यतन रहने के लिए प्रोत्साहित करते हैं. अपने इस एक्जीविशन में  बच्चे पर्यावरणीय मुद्दे  यथा  जलवायु परिवर्तन, प्रदूषण
जैव विविधता, संरक्षण और स्थिरता, जीवन विज्ञान, खगोल विज्ञान और चिकित्सा
वैकल्पिक हरित ऊर्जा या जैव ईंधन में अनुप्रयोग कर मॉडल प्रस्तुत किये थे.

विद्यालय के प्राचार्य त्रिलोचन कुमार ने कहा कि ऐसे कार्यक्रमों से बच्चों में शुरू से वैज्ञानिक दृष्टिकोण से सोचने और समझने की क्षमता विकसित होती है. टीम भावना जागृत व मजबूत होती है। प्रधानाचार्य  ने बताया कि इस विज्ञान प्रदर्शनी का आयोजन, विद्यालय में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं में वैज्ञानिक सोच विकसित करने के लिए और उनका विज्ञान के प्रति आकर्षण बढ़ाने के लिए किया गया है. यह जरूरी है कि उनको वैज्ञानिक गतिविधियों में प्रतिभागी बनाया जाए.

साइंस सह सोशल साइंस एक्जीविशन में रिया सिंह, अदिति सिंह, प्रीति, सिंह, रेशमा कुमारी, रिया कुमारी,   आनंदी कुमारी, स्वेतांकी कुमारी, दिव्यांशु मिश्रा, मानवी कुमारी, अल्का कुमारी, प्रिंस कुमार, तनु कुमारी, मनु कुमारी, आँचल मिश्र,  आँचल मौर्या, पूनम कुमारी, प्रियव्रत कुमार, अनुष्का कुमारी, अनुराधा कुमारी, आर्यन कुमार, हार्दिक सिंह, सपना कुमारी, सुजाता कुमारी, शिवम कुमार, अंशुल मौर्या, अनमोल पांडेय आदि सहित कई  छात्र छात्राओं ने तरह-तरह के मॉडल तैयार किये थे जिसमें ह्यूमन फिजियोलॉजी, सोलर ड्रिप इरीगेशन, वैक्यूम क्लीनर, स्मार्ट सिटी, रेन वाटर हार्वेस्टिंग, अर्थ रोटेशन, चंद्रयान, पेंसिल सोइल्डर, ट्रेडिशनल एन्ड मॉडर्न एग्रीकल्चर, सीड जर्मिनेशन, प्लांट रेस्पिरेशन, आदि शामिल रहा.

शिक्षकों में जिज्ञासा कुमारी, लालसा मिश्रा, रूबी पांडेय, नूतन राय, शिल्पी कुमारी, अंकिता कुमारी, लवली सिंह, प्रीति कुमारी, मदन चौबे, संजीव सि अजय सिंह, अजित तिवारी, पंकज पांडेय और संदीप कुमार वर्मा की देखरेख में यह विज्ञान प्रदर्शनी सम्पन्न हुई.










Post a Comment

0 Comments