यहां पहुंचने के बाद माता की शक्ति से उन्हें बहुत लाभ पहुंचा, जिसके बाद वह हर साल वासंतिक और शारदीय नवरात्र में यहां पहुंचते हैं और कलश स्थापना कर माता की भक्ति भाव से पूजा करते हैं. इसके अतिरिक्त जब भी उन्हें मौका मिलता है वह मंदिर में माथा टेकने ने जरूर आते हैं.
- महंत ने बताया सच्चे मन से मांगी हर मुराद होती है पूरी
- मुराद पूरी होने पर साल में दो बार करते हैं कलश स्थापना
बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर : जिले महदह पुलिस लाइन स्थित महाशक्ति कालरात्रि नवदुर्गा धाम में चैत्र नवरात्रि के तीसरे दिन जगत जननी माता दुर्गा के तृतीय स्वरूप चंद्रघंटा की विधि-विधान से पूजा की गई. ततपश्चात दिव्य दरबार भी लगाया गया, जहां भक्तों ने सामूहिक रूप से माता से अपनी अर्जी लगाई. आरती के पश्चात महंत द्वारकाधीश जी महाराज के साथ सभी ने एक साथ बैठ मन ही मन माता का स्मरण किया और उनसे अपनी मुरादें कहीं.
महंत ने बताया कि मंदिर में दूर-दराज से श्रद्धालु भक्त पहुंचते हैं और यहां पहुंचने वाले की मुराद माता स्वयं ही पूरी कर देती है. उन्होंने कहा कि मंदिर में तंत्र-मंत्र की शक्ति से ज्यादा माता की शक्ति काम करती है और माता भक्तों के सीधे संपर्क में होती है. जो भक्त सच्चे मन से अपनी बात माता से कहता है और स्वयं को माता के चरणों में समर्पित कर देता है माता उसके सभी कष्टों को दूर कर देती हैं.
भक्तों के कष्ट हुए दूर :
मंदिर में पहुंचे तमाम भक्तों ने बताया कि वह अपनी अलग-अलग परेशानियों को लेकर यहां पहुंचे हुए थे यहां पहुंचने के बाद माता की शक्ति से उन्हें बहुत लाभ पहुंचा, जिसके बाद वह हर साल वासंतिक और शारदीय नवरात्र में यहां पहुंचते हैं और कलश स्थापना कर माता की भक्ति भाव से पूजा करते हैं. इसके अतिरिक्त जब भी उन्हें मौका मिलता है वह मंदिर में माथा टेकने ने जरूर आते हैं.
दूर दराज से पहुंचे हैं श्रद्धालु :
मंदिर में पहुंचे श्रद्धालु दूर-दराज से आते हैं कोई बिहार तो कोई झारखंड और उत्तर प्रदेश तो कोई सात-समंदर पार विदेश से भी यहां पहुंचा है सभी की आस्था इस मंदिर से जुड़ी हुई है. सभी का कहना है कि यहां आने के बाद उन्हें आत्मीय सुख की प्राप्ति होती है. माता का चमत्कार ही है कि पहले यह मंदिर जहां छोटे से भूखंड पर बना था अब यह मंदिर अपने विस्तृत रूप में है.
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