ट्रेन गुजरने के बाद चरवाहों ने अपनी भेड़ों को ट्रैक पार कराने की कोशिश की. दुर्भाग्यवश, इसी दौरान डाउन ट्रैक पर एक तेज रफ्तार ट्रेन आ गई और भेड़ें उसकी चपेट में आ गईं. कई भेड़ें हवा में उछल गईं और कई के चीथड़े उड़ गए.
- टुड़ीगंज रेलवे स्टेशन के पश्चिमी रेलवे क्रासिंग फाटक के पास हुई घटना
- रेलयात्री कल्याण समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने की मुआवजे की मांग
बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर : कृष्णाब्रह्म थाना क्षेत्र के टुड़ीगंज रेलवे स्टेशन के पश्चिमी रेलवे क्रासिंग फाटक के पास गुरुवार की सुबह एक गंभीर दुर्घटना हुई. इस घटना में सैकड़ों भेड़ें ट्रेन की चपेट में आ गईं, जिससे बड़ी संख्या में भेड़ों की मौत हो गई और कई घायल हो गईं. इस दुर्घटना में चरवाहा भी घायल हो गया है. उसे काफी आर्थिक नुकसान भी हुआ है. फिलहाल रेलवे के द्वारा को हटाने का कार्य शुरु कर दिया गया है.
घटना के बाबत मिली जानकारी के अनुसार, अप रेलवे ट्रैक से ट्रेन गुजर रही थी, जिसके चलते पश्चिमी रेलवे क्रासिंग का फाटक बंद था. ट्रेन गुजरने के बाद चरवाहों ने अपनी भेड़ों को ट्रैक पार कराने की कोशिश की. दुर्भाग्यवश, इसी दौरान डाउन ट्रैक पर एक तेज रफ्तार ट्रेन आ गई और भेड़ें उसकी चपेट में आ गईं. कई भेड़ें हवा में उछल गईं और कई के चीथड़े उड़ गए.
रेलयात्री कल्याण समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. सुधीर सिंह ने इस हादसे पर गहरा दुःख व्यक्त किया और कहा कि इस दुर्घटना में रोहतास जिले के दिनारा निवासी चरवाहा गौरी पाल घायल हो गया है, लेकिन उसकी हालत अब स्थिर है. उन्होंने बताया कि भेड़ों की ट्रेन की चपेट में आने की यह पहली घटना नहीं है; इससे पहले भी कई बार बिना फाटक खुले ट्रैक पर भेड़ों की मौत हो चुकी है.
डॉ. सिंह ने रेलवे प्रशासन से अपील की कि इस प्रकार की घटनाओं को रोकने के लिए ठोस और प्रभावी कदम उठाए जाएं. उन्होंने भेड़पालकों को हुए नुकसान के मुआवजे की भी मांग की है.
उन्होंने बताया कि रेलवे अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर राहत कार्य शुरु किया और ट्रैक से भेड़ों के शवों को हटाने का काम किया. हालांकि इस दुर्घटना ने रेलवे सुरक्षा प्रणाली में सुधार की आवश्यकता को उजागर किया है और आने वाली घटनाओं की रोकथाम के लिए त्वरित और प्रभावी कदम उठाने की मांग की है.
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