मंच से ही यह घोषणा की कि डुमरांव के दिवंगत महाराज कमल सिंह की प्रतिमा जो पिछले तीन वर्षों से अनावरण की प्रतीक्षा में है, इसका अनावरण अगर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निर्देश पर एक से डेढ़ महीने के अंदर नहीं किया गया तो समाज के लोगों के द्वारा जो भी तिथि निर्धारित की जाएगी उसे पर वह स्वयं महाराज की प्रतिमा का अनावरण करेंगे.
- राजपूत समाज के द्वारा आयोजित किया गया सांसद का सम्मान समारोह
- वक्ताओं ने कहा - समाज के सभी वर्गों को साथ लेकर चलता है क्षत्रिय
बक्सर टॉप न्यूज, बक्सर : महाराणा प्रताप फाउंडेशन के बैनर तले राजपूत समाज की तरफ से बक्सर के नवनिर्वाचित सांसद सुधाकर सिंह का नागरिक अभिनंदन समारोह बक्सर नगर के औद्योगिक क्षेत्र स्थित एक निजी सभागार में किया गया. कार्यक्रम के अध्यक्ष कृष्ण सिंह थे, जबकि इस कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि राष्ट्रीय कुंवर वाहिनी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जितेंद्र स्वामी एवं डुमरांव युवराज चंद्र विजय सिंह मौजूद थे. इस कार्यक्रम में तकरीबन 2000 की संख्या में राजपूत समाज के लोगों ने शिरकत करते हुए यह संदेश दिया कि राजपूत समाज पूरी एकजुटता के साथ समाज के सभी जाति वर्गों को साथ लेकर आगे बढ़ेगा. वंचित और दबे कुचले लोगों की आवाज बनेगा और समाज में उनका उनका हक दिलाएगा.
सांसद सुधाकर सिंह ने अपने अभिनंदन समारोह के दौरान मौजूद लोगों का आभार जताया और कहा कि विश्वामित्र की तपोभूमि एवं श्री राम की शिक्षस्थली बक्सर को उसका गौरव दिलाना उनका प्रमुख उद्देश्य है. उन्होंने कहा कि सदन में वह लगातार बक्सर की आवाज बने रहेंगे. इसी दौरान उन्होंने यह भी कहा कि केंद्र ने बिहार को बजट में जो राशि दी है वह उसके हिस्सेदारी से आधे से भी कम है. हालांकि भागलपुर और बक्सर को जोड़ने वाले एक्सप्रेसवे के साथ-साथ बक्सर में गंगा नदी पर बन रहे पुल के लिए जो राशि आवंटित की गई है उसके लिए उन्होंने केंद्र सरकार का आभार जताया, साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि बक्सर के विकास के लिए अन्य जो भी कार्य होने चाहिए उनको लेकर वह लगातार सदन में आवाज उठाते रहेंगे. वह किसानों के साथ-साथ वंचितों की आवाज भी बने रहेंगे. उन्होंने चुनाव में उन्हें जिताने के लिए जनता का आभार व्यक्त किया. उन्होंने मंच से ही यह घोषणा की कि डुमरांव के दिवंगत महाराज कमल सिंह की प्रतिमा जो पिछले तीन वर्षों से अनावरण की प्रतीक्षा में है, इसका अनावरण अगर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निर्देश पर एक से डेढ़ महीने के अंदर नहीं किया गया तो समाज के लोगों के द्वारा जो भी तिथि निर्धारित की जाएगी उसे पर वह स्वयं महाराज की प्रतिमा का अनावरण करेंगे.
प्रसिद्ध चिकित्सक डॉ वी के सिंह ने कहा कि राजपूत समाज सदैव सामाजिक एकता और समाज को एक सूत्र में फिर होने का कार्य करता है. समाज की रक्षा का दायित्व भी राजपूत समाज के ऊपर होता है. ऐसे में इस तरह के आयोजन से समाज के लोगों को इस परंपरा को कायम रखने की प्रेरणा मिलती है.
दंत चिकित्सक, रेड क्रॉस के पूर्व अध्यक्ष एवं कार्यक्रम के संयोजक डॉ आशुतोष सिंह ने कहा कि क्षत्रिय महासभा के द्वारा हर वर्ष यह कार्यक्रम आयोजित किया जाता है. इस वर्ष भी इस कार्यक्रम में क्षत्रिय महासभा के जिले भर के पदाधिकारी एवं लगभग दो हज़ार की संख्या में सदस्य पहुंचे हुए हैं. इसी क्रम में इस बार नवनिर्वाचित सांसद सुधाकर सिंह का नागरिक सम्मान करने की भी योजना बनाई गई थी. उन्होंने कहा कि महाराणा प्रताप फाउंडेशन के द्वारा नियमित रूप से सामूहिक विवाह करना, मुशायरा व कवि सम्मेलन आयोजित करना, स्कॉलरशिप देने जैसे जनकल्याणकारी कार्य किए जाते हैं.
उन्होंने कहा कि क्षत्रिय समाज की सभी 36 कौमों को एक साथ लेकर चलने की परिपाटी और परंपरा को आज भी निभाया जा रहा है. विगत 20 वर्षों से यह प्रयास लगातार सफल होता रहा है. क्षत्रिय समाज नहीं बल्कि एक धर्म है और समाज में जब भी कोई विकट स्थिति आती है तो अपने मनोबल, अपने चारित्रिक गुणों और अपने साहस और स्वाभिमान से समाज को नेतृत्व प्रदान करते हैं और जब भी दलित, शोषित, वंचित लोगों के अधिकारों का हनन होता है तो क्षत्रिय समाज सभी को साथ लेकर चलता है. उन्होंने कहा कि आज यह समाज भी एकजुट नहीं है. ऐसे में इस समाज को एकजुट करने का प्रयास किया गया है.
शिक्षाविद डॉ रमेश सिंह ने कहा कि इस कार्यक्रम के माध्यम से क्षत्रिय समाज को एकजुट होने का संदेश दिया गया. आज जो भीड़ दिखाई दे रही है इसमें केवल किसी दल विशेष के लोग नहीं बल्कि दलों से जुड़े क्षत्रिय समाज के लोग पहुंचे हुए हैं. यह किसी राजनीतिक पार्टी का कार्यक्रम नहीं बल्कि इस कार्यक्रम में सभी राजपूत समाज के लोग पहुंचे हुए हैं.
डुमरांव युवराज चंद्र विजय सिंह ने कहा कि हमारी यही इच्छा है कि इसी तरह जब भी राजपूत समाज का कोई कार्यक्रम हो तो सभी अपनी एकजुटता दिखाएं और न सिर्फ बक्सर में बल्कि पूरे देश में इस तरह की परिपाटी शुरु की जाए. उन्होंने कहा कि कभी राजपूत ही पूरे देश को संभालते थे, लेकिन आज एकता नहीं होने के कारण राजपूत समाज कमजोर हुआ है. लेकिन अपनी शक्ति को पहचान कर एकजुटता दिखाने की आवश्यकता है.
मौके पर पहुंचे सभी लोगों को शांत सुधाकर सिंह के द्वारा अंग वस्त्र एवं अन्य उपहार देकर सम्मानित किया गया.
कार्यक्रम में मौजूद विशिष्ट अतिथियों में योगेंद्र सिंह, कमल सिंह, पिंटू सिंह, रवि राय उर्फ पप्पू राय, रामराज सिंह, रुद्र प्रताप सिंह, धनंजय, डॉ ज्ञान प्रकाश सिंह, डॉ आरके सिंह, डॉ वी के सिंह, डॉ एसके सिंह, अरुण सिंह, रमेश सिंह, अनिल सिंह, रामजी सिंह, हेमंत सिंह, महेंद्र सिंह, विश्वम्भर सिंह, अजीत राय, संजीत सिंह, कुमार संतोष गौतम, बद्री सिंह, चौगाईं पूर्व प्रमुख रमेश सिंह, महदह निवासी अरुण सिंह, जय प्रकाश सिंह, फाइटर सिंह, नचाप निवासी अनिल सिंह, रामराज सिंह एवं कोठियां सत्येंद्र सिंह, राष्ट्रीय करणी सेना के जिला स्तरीय पदाधिकारी, अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा के पदाधिकारी, चिलहर मुखिया टुनटुन सिंह, चिलहरी के पूर्व मुखिया, अनिल सिंह मंझरिया, हवलदार सिंह, ओमप्रकाश सिंह, विभाष प्रताप सिंह, इंदल सिंह मुखिया, भदार निवासी मनोज सिंह, पंकज बसुधरी, राजीव रंजन सिंह आदि प्रमुख रहे. इसके अतिरिक्त समाज के तमाम प्रबुद्धजन मौजूद रहे.
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