वीडियो : पूर्व डीजीपी गुप्तेश्वर जी महाराज की राम कथा आज से

इस विशेष आयोजन में बिहार पुलिस के पूर्व डीजीपी और वर्तमान कथावाचक गुप्तेश्वर जी महाराज श्रीराम कथा का वाचन करेंगे. प्रतिदिन दोपहर 1 बजे से शाम 5 बजे तक कथा का आयोजन होगा. कार्यक्रम का समापन 27 दिसंबर को अखंड हरिकीर्तन और विशाल भंडारे के साथ किया जाएगा.









                                           


  • -बक्सर के सती घाट पर नौ दिवसीय आयोजन, 27 दिसंबर को भव्य समापन
  • धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व का कार्यक्रम

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर : नगर के सती घाट स्थित लाल बाबा आश्रम में आज से नौ दिवसीय श्रीराम कथा का शुभारंभ हो रहा है. इस विशेष आयोजन में बिहार पुलिस के पूर्व डीजीपी और वर्तमान कथावाचक गुप्तेश्वर जी महाराज श्रीराम कथा का वाचन करेंगे. प्रतिदिन दोपहर 1 बजे से शाम 5 बजे तक कथा का आयोजन होगा. कार्यक्रम का समापन 27 दिसंबर को अखंड हरिकीर्तन और विशाल भंडारे के साथ किया जाएगा.

धर्म और समाज के बीच एक सेतु

महंत सुरेंद्र जी महाराज ने बताया कि गुप्तेश्वर जी महाराज, जिन्होंने प्रशासनिक सेवा में अपना जीवन समर्पित किया, अब धर्म प्रचार के लिए प्रयासरत हैं. उनके लिए अपने जन्मस्थान बक्सर में श्रीराम कथा का वाचन करना विशेष सम्मान की बात है.

राम कथा के माध्यम से भगवान श्रीराम के आदर्श जीवन और उनकी शिक्षाओं का संदेश दिया जाएगा. इस आयोजन का उद्देश्य न केवल धार्मिक जागरूकता बढ़ाना है, बल्कि सामाजिक और सांस्कृतिक एकता को भी मजबूत करना है. श्रद्धालु यहां राम के चरित्र और आदर्शों को समझकर जीवन में उतारने की प्रेरणा लेंगे.

सती घाट पर भव्य तैयारी

सती घाट, जो धार्मिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण है, इस आयोजन का केंद्र बना हुआ है. गंगा किनारे स्थित लाल बाबा आश्रम अपनी आध्यात्मिक ऊर्जा के लिए प्रसिद्ध है. इस आयोजन में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के शामिल होने की उम्मीद है. महंत सुरेंद्र जी महाराज ने बताया कि कथा के लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए सुरक्षा और अन्य प्रबंधों का विशेष ध्यान रखा गया है.

27 दिसंबर को हरिकीर्तन और भंडारे का आयोजन

नौ दिवसीय आयोजन के अंतिम दिन, 27 दिसंबर को अखंड हरिकीर्तन का आयोजन किया जाएगा. इसके बाद विशाल भंडारे के साथ कार्यक्रम का समापन होगा. इस दिन हजारों श्रद्धालुओं के पहुंचने की संभावना है. महंत ने कहा कि यह आयोजन केवल धार्मिक नहीं, बल्कि समाज के सभी वर्गों को एकजुट करने का प्रयास है.

बक्सर और आसपास के क्षेत्रों के श्रद्धालुओं से आयोजन में सम्मिलित होकर श्रीराम कथा का श्रवण करने और इसे सफल बनाने की अपील की गई है. इस आयोजन से धार्मिक आस्था को बल मिलेगा और समाज में एकता का संदेश जाएगा.


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