चौसा थर्मल पावर प्लांट में पहली बार पहुंचा कोयला, वैदिक मंत्रों से हुआ स्वागत ..

शुक्रवार को इस परियोजना के लिए ऐतिहासिक दिन रहा, जब झारखंड से कोयला लेकर पहली मालगाड़ी चौसा पहुंची. यह नई बिछी पटरियों पर कोयले की पहली खेप थी. इसके आगमन का स्वागत वैदिक मंत्रोच्चार और पुष्पमाला अर्पित कर किया गया.
कोयल का रैक पहुंचने पर पूजन करते एसटीपीएल के अधिकारी व अन्य









                                           








  • निर्माण कार्य अंतिम चरण में, जल्द शुरू होगा बिजली उत्पादन
  • रेलवे ट्रैक बिछाकर झारखंड से आई कोयले की पहली खेप
बक्सर टॉप न्यूज, बक्सर : चौसा में बन रहे जबल थर्मल पावर प्लांट का निर्माण कार्य अब लगभग पूरा हो चुका है और जल्द ही यहां से बिजली उत्पादन शुरू होने की संभावना है. यह परियोजना न केवल जिले के लिए, बल्कि पूरे बिहार के बिजली आपूर्ति तंत्र के लिए अहम साबित होगी. थर्मल पावर प्लांट के संचालन के लिए कोयला प्रमुख संसाधन है, जिसकी निरंतर आपूर्ति सुनिश्चित करने हेतु विशेष रेलवे ट्रैक बिछाया गया.

शुक्रवार को इस परियोजना के लिए ऐतिहासिक दिन रहा, जब झारखंड से कोयला लेकर पहली मालगाड़ी चौसा पहुंची. यह नई बिछी पटरियों पर कोयले की पहली खेप थी. इसके आगमन का स्वागत वैदिक मंत्रोच्चार और पुष्पमाला अर्पित कर किया गया. यह आयोजन कर्मचारियों और अधिकारियों के उत्साह से भरा रहा.

कार्यक्रम के दौरान एसजेवीएन और सीआईएसएफ के अधिकारी एवं कर्मचारी बड़ी संख्या में उपस्थित थे. रेलवे की ओर से ट्रैफिक इंस्पेक्टर विंध्याचल पांडे मौजूद रहे, जिन्होंने रैक साइडिंग की प्रक्रिया का नेतृत्व किया. अधिकारियों का कहना है कि कोयले की आपूर्ति शुरू होने से अब प्लांट के ट्रायल रन और उत्पादन की दिशा में तेजी से काम होगा.

स्थानीय सूत्रों के मुताबिक, चौसा थर्मल पावर प्लांट शुरू होने से बिजली की उपलब्धता में उल्लेखनीय सुधार होगा. इससे औद्योगिक इकाइयों को भी पर्याप्त बिजली मिलेगी और रोजगार के अवसर बढ़ेंगे. यह परियोजना आसपास के इलाकों के विकास में भी योगदान देगी.

जानकारों का कहना है कि निर्माण कार्य के अंतिम चरण में पहुंचने के बाद अब मशीनों के परीक्षण और संचालन संबंधी औपचारिकताएं पूरी की जाएंगी. कोयले की पहली खेप आने के बाद उम्मीद है कि अगले कुछ हफ्तों में ट्रायल उत्पादन शुरू हो जाएगा. माना जा रहा है कि बिहार विधानसभा चुनाव से पहले इस पावर प्लांट का औपचारिक उद्घाटन किया जा सकता है.

विशेषज्ञों का मानना है कि यह पावर प्लांट राज्य की ऊर्जा क्षमता को बढ़ाने की दिशा में एक बड़ा कदम है. इससे न केवल घरेलू जरूरतों की पूर्ति होगी, बल्कि औद्योगिक विकास के लिए भी ऊर्जा आपूर्ति सुनिश्चित होगी. शुक्रवार को चौसा में कोयले की पहली मालगाड़ी का आगमन इस लक्ष्य की ओर बढ़ते ठोस कदम का प्रतीक है.








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