कहा कि जो व्यक्ति ईश्वर को नहीं मानता, वह नास्तिक नहीं होता, बल्कि जो वेद को नहीं मानता, वही नास्तिक होता है. इस श्रीराम कथा का समापन 27 दिसंबर को भव्य भंडारे के साथ होगा.
- लाल बाबा आश्रम में श्रीराम कथा का आयोजन
- सती घाट स्थित लाल बाबा आश्रम में श्रीराम कथा का तृतीय दिवस
बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर : नगर के सती घाट स्थित लाल बाबा आश्रम में 18 दिसंबर से शुरू हुई नौ दिवसीय श्रीराम कथा का आयोजन भक्तों के लिए आस्था और श्रद्धा का केंद्र बना हुआ है. यह आयोजन पूज्य लाल बाबा सरकार के 18 वें निर्वाण दिवस पर किया जा रहा है. जगतगुरु रामानुजाचार्य गोविन्दाचार्य, पूर्व डीजीपी बिहार गुप्तेश्वर महाराज, ने कथा के तीसरे दिन अपने प्रवचनों में कहा कि जो व्यक्ति कथा का व्यापार करता है, उसका भला नहीं होता. जो भगवान श्रीराम की श्रद्धा और भक्ति से कथा कहते और सुनते हैं, उनका जीवन कल्याणमय हो जाता है.
वेद है ईश्वर का प्रमाण :
अपने प्रवचन में महाराज जी ने कहा कि ईश्वर का प्रमाण वेद है. वेद के प्रत्येक मंत्र में ईश्वर का वास है. उन्होंने कहा कि जो व्यक्ति ईश्वर को नहीं मानता, वह नास्तिक नहीं होता, बल्कि जो वेद को नहीं मानता, वही नास्तिक होता है. इस श्रीराम कथा का समापन 27 दिसंबर को भव्य भंडारे के साथ होगा.
सैकड़ों भक्तों की उपस्थिति :
लाल बाबा आश्रम के महंत सुरेन्द्र जी महाराज के सान्निध्य में सैकड़ों भक्त इस कथा का आनंद ले रहे हैं. कथा का आयोजन दोपहर 1 बजे से शाम 5 बजे तक किया जा रहा है. इस अवसर पर कथा व्यास चिंताहरण जी महाराज समेत कई प्रतिष्ठित लोग उपस्थित रहे. इनमें पूर्व मंत्री संतोष कुमार निराला, शहर के व्यवसायी प्रदीप राय, जदयू नेता आजाद सिंह राठौड़, नीरज सिंह, जितेन्द्र कुमार सिंह, बबलू तिवारी, सेवानिवृत शिक्षक गणेश उपाध्याय, मनोज वर्मा, पुना बाबा, लल्लू वर्मा, रंजीत राय, राकेश वर्मा, रतन शर्मा, ललन शर्मा, राजू वर्मा, छोटू उपाध्याय, जिउत साधु, शशिभूषण पांडेय, सुगंध जी, बिमलेंद्र पांडे, अनिरुद्ध तिवारी, शिवजी चौधरी, सुरेन्द्र वर्मा, रणधीर श्रीवास्तव, और जोधा यादव प्रमुख रूप से उपस्थित थे.
इस आयोजन ने न केवल भक्तों को आध्यात्मिक आनंद प्रदान किया, बल्कि उन्हें वेद और ईश्वर की महिमा के प्रति जागरूक भी किया.
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