हड़ताल की प्रमुख मांगों में वेतन विसंगति को जल्द से जल्द दूर करना, तृतीय और चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों की शीघ्र पदोन्नति, शत प्रतिशत अनुकंपा पर बहाली और विशेष न्यायिक कैडर की स्थापना शामिल हैं.
- -16 जनवरी से न्यायिक कर्मचारियों की अनिश्चितकालीन हड़ताल का आह्वान
- कर्मचारियों ने अपनी प्रमुख मांगों को लेकर न्यायालय परिसर में पोस्टर लगाकर दी जानकारी
बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर : बिहार राज्य व्यवहार न्यायालय कर्मचारी संघ के आह्वान पर 16 जनवरी से न्यायिक कर्मचारियों ने अनिश्चितकालीन कलमबंद हड़ताल शुरू करने का निर्णय लिया है. कर्मचारियों ने न्यायालय परिसर और अन्य जगहों पर पोस्टर लगाकर इस हड़ताल की जानकारी दी है. हड़ताल की प्रमुख मांगों में वेतन विसंगति को जल्द से जल्द दूर करना, तृतीय और चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों की शीघ्र पदोन्नति, शत प्रतिशत अनुकंपा पर बहाली और विशेष न्यायिक कैडर की स्थापना शामिल हैं.
संघ ने आरोप लगाया कि लंबे समय से न्यायिक कर्मचारियों के वेतनमान और पदोन्नति के मामले अनदेखे किए जा रहे हैं. संघ के अध्यक्ष ने कहा कि न्यायिक कर्मचारियों के शोषण और कार्यभार के कारण कई कर्मचारी मानसिक दबाव और अवसाद से जूझ रहे हैं. कर्मचारियों का यह भी कहना है कि वेतन विसंगति और पदोन्नति के मामलों में राज्य सरकार की निष्क्रियता के कारण उनकी स्थिति लगातार बिगड़ रही है.
संघ ने चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगें शीघ्र पूरी नहीं की जातीं, तो पूरे बिहार में न्यायिक कार्य ठप हो सकता है, जिससे न्यायिक प्रक्रिया प्रभावित होगी. कर्मचारियों का कहना है कि वे अपनी मांगों को लेकर आंदोलन को और तेज करेंगे.
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