प्रधानाचार्यों ने अपनी समस्याएं और सुझाव साझा किए. इनमें बच्चों की नियमित उपस्थिति सुनिश्चित करने, विद्यालय में सुविधाओं के अभाव और योजनाओं के क्रियान्वयन से जुड़े मुद्दे शामिल थे. अपर मुख्य सचिव ने इन समस्याओं के समाधान के लिए आवश्यक कदम उठाने का भरोसा दिलाया.
- -शैक्षणिक गुणवत्ता सुधारने का हो रहा प्रयास
- विद्यालयों में चल रही योजनाओं का लिया फीडबैक
बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर : शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव एस सिद्धार्थ ने शुक्रवार शाम जिले के तीन विद्यालयों के प्रधानाचार्यों से ऑनलाइन बातचीत की. बातचीत का उद्देश्य शैक्षणिक गतिविधियों की स्थिति का जायजा लेना और विद्यालयों में चल रही योजनाओं पर प्रधानाचार्यों का फीडबैक प्राप्त करना था. इस चर्चा में जिला शिक्षा पदाधिकारी अमरेंद्र पांडेय और प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी भी ऑनलाइन उपस्थित थे.
अपर मुख्य सचिव ने राजपुर प्रखंड के नागपुर उच्च विद्यालय, अमरपुर कन्या मध्य विद्यालय और चौसा प्रखंड के डिहरी बालक प्राथमिक विद्यालय के प्रधानाचार्यों से संवाद किया. उन्होंने बच्चों की उपस्थिति, शैक्षणिक माहौल और विद्यालय भवनों की स्थिति के बारे में विस्तार से जानकारी ली. साथ ही उन्होंने यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि शिक्षा योजनाएं प्रभावी रूप से लागू हों.
शैक्षणिक गुणवत्ता में सुधार की पहल :
शिक्षा विभाग द्वारा शैक्षणिक गुणवत्ता को सुधारने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं. इसी क्रम में अपर मुख्य सचिव ने यह पहल शुरू की है. वह नियमित रूप से प्रदेश के विभिन्न विद्यालयों के प्रधानाचार्यों से ऑनलाइन बातचीत करते हैं और शैक्षणिक व्यवस्था का निरीक्षण करते हैं.
जिला शिक्षा पदाधिकारी अमरेंद्र पांडेय ने बताया कि बातचीत के दौरान प्रधानाचार्यों ने अपनी समस्याएं और सुझाव साझा किए. इनमें बच्चों की नियमित उपस्थिति सुनिश्चित करने, विद्यालय में सुविधाओं के अभाव और योजनाओं के क्रियान्वयन से जुड़े मुद्दे शामिल थे. अपर मुख्य सचिव ने इन समस्याओं के समाधान के लिए आवश्यक कदम उठाने का भरोसा दिलाया.
शिक्षा योजनाओं की समीक्षा :
अपर मुख्य सचिव ने बातचीत के दौरान सरकारी योजनाओं जैसे मिड-डे मील, छात्रवृत्ति वितरण और शिक्षण सामग्री की उपलब्धता पर भी चर्चा की. उन्होंने यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि छात्रों को सभी योजनाओं का लाभ समय पर मिले और विद्यालयों में बुनियादी सुविधाओं की कमी न हो.
जिला शिक्षा पदाधिकारी अमरेंद्र पांडेय ने बताया कि बातचीत के दौरान अपर मुख्य सचिव ने बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने पर जोर दिया और प्रधानाचार्यों से सुझाव मांगे कि शैक्षणिक माहौल को और बेहतर कैसे बनाया जा सकता है.
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