जल्द ही बनेगा नया बाइपास, एनएच 84 से जुड़ेगा एनएच 30 ..

प्रस्ताव में एनएच 84 से एनएच 30 तक नए बाइपास का निर्माण भी शामिल है. पटना से बक्सर के लिए फोरलेन बनने का काम काफी तेजी से चल रहा है. इसके साथ ही बक्सर में इसके लिए अलग से बाइपास के एलाइनमेंट पर भी तीन साल पहले ही काम शुरू कर दिया गया था.
नक्शा भाग - 1




- बक्सर लड़ाई मैदान से शुरु होकर  गुरुदास मठिया, दुबौली, हरिपुर के रास्ते चौसा गोला होते हुए जिले की अंतिम सीमा रामपुर से कैमूर जिले में प्रवेश करेगा नया बाइपास  

- कुल 22 छोटे बड़े पुलों का निर्माण भी है प्रस्तावित, 3 वर्ष पूर्व ही शुरू हो गया था एलाइनमेंट निर्माण

- एन एच 84 के चौड़ीकरण के बाद नगर में ट्रैफिक के बढ़ने की संभावना के मद्देनजर हो रहा निर्माण

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: राष्ट्रीय राजमार्ग 84 के चौड़ीकरण के बाद नगर में अचानक से वाहनों की आवाजाही बढ़ जाएगी. इसी बात के मद्देनजर राष्ट्रीय राजमार्ग 84 को राष्ट्रीय राजमार्ग 30 से जोड़ने वाले बाइपास का निर्माण जल्द ही शुरू किया जाएगा. इसके लिए पथ निर्माण विभाग के द्वारा जोर-शोर से कार्य किया जा रहा है. बताया जा रहा है कि यह बाइपास सड़क बन जाने से राष्ट्रीय राजमार्ग 84 से संस्था के रास्ते दूसरे जिले में जाने वाले वाहनों को बेहद आसानी होगी. साथ ही इस सड़क के बन जाने से बक्सर नगर का क्षेत्र विस्तार हो भी जाएगा. सब कुछ ठीक रहा तो आगामी छह महीनों में भू-अर्जन आदि की प्रक्रिया के साथ-साथ निर्माण कार्य भी शुरू कर दिया जाएगा. 
नक्शा भाग - 2


विभागीय सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक राष्ट्रीय राजमार्ग-84 के पास कतकौली लड़ाई मैदान उत्तर की तरफ से यह बाइपास सड़क निकलेगी जो रेलवे लाइन, नहर पार करते हुए सदर प्रखंड के गुरुदास मठिया, दुबौली, हरिपुर, सलेम चौक आदि गांवों के रास्ते ठोरा नदी पार कर चौसा प्रखंड के नवागांव-शरीफपुर के बीचों-बीच से निकलकर चुन्नी, सी बी सी कैनाल, महादेवा, धर्मागतपुर, कनक नारायनपुर से होते हुए, चौसा गोला (अखौरीपुर), जलवंदे, अलावलपुर, कर्मनाशा का तट होते हुए सिकरौल व सोनपा के पास पुराने चौसा-मोहनिया मुख्य मार्ग से जुड़ जाएगी. वही से चौबे डेरा के पास से होते हुए डिहरी मुख्य मार्ग व खरगपुरा के बीचों बीच निकृष हो कर जिले के अंतिम सीमा रामपुर के पास कैमूर की सीमा में प्रवेश करेगी, जिसके बाद नुआंव के पास गारा, कुशलपुर, महेशपुर एवं सिसौढ़ा के बीच से निकलकर ओरियाडीह होते हुए गोड़सरा, भिरखरा, कुतुबनपुर, लक्ष्मीपुर, अरिजिआरा, दसावती, पतिलवा, घेघिया हो कर मोहनिया के समीप राष्ट्रीय राजमार्ग 30 से मिल जाएगी.
नक्शा भाग - 3


बाइपास सड़क पर अखौरीपुर गोला पर फुट ओवरब्रिज तो कर्मनाशा के समीप बनेगा एक किलोमीटर लम्बा उपरगामी पुल:


बाइपास सड़क के निर्माण के दौरान छोटे बड़े मिलाकर कुल 22  छोटे-बड़े पुलों का निर्माण किया जाएगा. इनमें रेलवे ओवरब्रिज तथा नदियों के ऊपर बने पुल भी शामिल हैं. नक्शे के मुताबिक अखौरीपुर गोला पर फुट ओवरब्रिज तो बनारपुर व सिकरौल स्थित कर्मनाशा के समीप एक किलोमीटर लंबा ओवरब्रिज बनाया जाएगा. इसके अतिरिक्त जो अन्य पुल बनाए जाने हैं उसमें बक्सर लड़ाई मैदान के पास ओवरब्रिज निर्माण के साथ-साथ नदांव हाल्ट एवं बक्सर रेलवे स्टेशन के बीच एक रेल ओवरब्रिज का निर्माण प्रस्तावित है. 

इसके अतिरिक्त सदर प्रखंड के बक्सर नहर, गुरदास मठिया, छोटका नुआंव एवं दुबौली के बीच अलग-अलग तीन छोटे पुलों का निर्माण होगा. हरिपुर के पास ठोरा नदी पर भी पुल का निर्माण होगा. चौसा प्रखंड के शरीफपुर पवनी और चुन्नी के बीच दक्षिणी नहर पर भी छोटा पुल बनाया जाएगा. कनक नारायणपुर के पास फुट ओवरब्रिज का निर्माण होगा वहीं, अखौरीपुर के पास भी ओवरब्रिज का निर्माण होगा. बनारपुर के पास छोटा पुल तथा बनारपुर-सिकरौल स्थित कर्मनाशा के समीप  बड़े पुल का निर्माण होगा. इसके अतिरिक्त कैमूर के नुआंव के पास बड़ा पुल, कुशलपुर के पास बड़ा पुल तथा ओरियाडीह के पास बड़ा पुल बनाया जाएगा. वहीं, अनसी के पास एक छोटा पुल तथा कटरा, पानापुर, पतेलवा में अलग-अलग तीन बड़े पुल बनाए जाएंगे. चेचरिया के पास एक छोटा तथा घेघिया के पास छोटे पुल के साथ एक फुट ओवरब्रिज बनाया जाएगा.
नक्शा भाग - 4


राष्ट्रीय राजमार्ग 84 के चौड़ीकरण के बाद जताई जा रही थी जरूरत:

दरअसल,आरा-बक्सर फोरलेन बनने के बाद अचानक नगर से होकर चौसा-मोहनियां पथ पर वाहनों की आवाजाही बढ़ेगी और इससे शहर का पूरा यातायात सिस्टम ध्वस्त हो सकता है. अभी आरा की ओर से आने वाले वाहन शहर से होते ही इसी मार्ग से मोहनियां के पास ग्रैंड-ट्रंक रोड पर जाते हैं. जाम से निपटने के लिए बक्सर में बाइपास की मंजूरी एनएच परियोजना के तहत मिली है. बताया जा रहा है कि, नए वित्तीय वर्ष के लिए पथ निर्माण विभाग ने केंद्र सरकार को पूरे राज्य में 11 हजार छह सौ छह करोड़ रुपये की लागत से एनएच निर्माण की कार्ययोजना सौंपी है. इनमें एक दर्जन से ज्यादा सड़कों का निर्माण और चौड़ीकरण प्रस्तावित है. इसी प्रस्ताव में एनएच 84 से एनएच 30 तक नए बाइपास का निर्माण भी शामिल है. पटना से बक्सर के लिए फोरलेन बनने का काम काफी तेजी से चल रहा है. इसके साथ ही बक्सर में इसके लिए अलग से बाइपास के एलाइनमेंट पर भी तीन साल पहले ही काम शुरू कर दिया गया था.








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