आर.सी.पी. सिंह की हुंकार, 2025 में सत्ता में होगी 'आप सबकी आवाज़'

कहा कि बक्सर ऐतिहासिक, धार्मिक और संभावनाओं से भरपूर क्षेत्र है, लेकिन इसे हमेशा चुनावी उपयोग की दृष्टि से देखा गया है. न रोजगार मिला, न विकास. सिंह ने कहा कि हमारी पार्टी सत्ता में आते ही शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार के क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव लाएगी.









                                           




- नई पार्टी, पुराना अनुभव – आसा ने दी बदलाव की दस्तक
- महिलाओं, किसानों और युवाओं को लेकर पेश की गई बड़ी योजनाएं

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर : विधानसभा चुनाव 2025 को लेकर राजनीतिक हलचल तेज हो चुकी है. इसी क्रम में 'आप सबकी आवाज़' (आसा) पार्टी ने बक्सर के इटाढ़ी प्रखंड परिसर में भव्य कार्यकर्ता सम्मेलन आयोजित कर अपनी ताकत का प्रदर्शन किया. जिलेभर से जुटे हजारों कार्यकर्ताओं की मौजूदगी ने यह संदेश दे दिया कि आसा अब सिर्फ एक विकल्प नहीं, बल्कि सत्ता में भागीदारी का गंभीर दावेदार है. कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला अध्यक्ष दिलीप मिश्रा ने की और संचालन भोजपुर के जिला उपाध्यक्ष ऋतिक रोशन ने किया.

कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि और उद्घाटनकर्ता पूर्व केंद्रीय मंत्री सह आसा के संस्थापक अध्यक्ष आर. सी. पी. सिंह शामिल हुए. मंच से बोलते हुए उन्होंने कहा कि बक्सर ऐतिहासिक, धार्मिक और संभावनाओं से भरपूर क्षेत्र है, लेकिन इसे हमेशा चुनावी उपयोग की दृष्टि से देखा गया है. न रोजगार मिला, न विकास. सिंह ने कहा कि हमारी पार्टी सत्ता में आते ही शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार के क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव लाएगी.

उन्होंने कहा कि सर्वे में साफ है कि बिहार में कक्षा 5 के बच्चे, कक्षा 3 की किताबें भी नहीं पढ़ पा रहे हैं. यह शर्मनाक है. हम बेटियों को एम.ए. तक मुफ्त शिक्षा देंगे और कोचिंग की व्यवस्था भी करेंगे. किसानों को केंद्र सरकार से ज्यादा सम्मान राशि देंगे. युवाओं को रोजगार मिलने तक आर्थिक सहायता मिलेगी. हर घर तक ऊर्जा, स्वास्थ्य और शिक्षा पहुंचाना हमारा संकल्प है.

राष्ट्रीय अध्यक्षा नारी शक्ति डॉ. ललिता ने कहा कि मुख्यमंत्री की उम्र अब शासन चलाने लायक नहीं रही. सरकार में अब कोई अनुशासन नहीं बचा है. सभी विभाग अपनी मर्जी से चल रहे हैं. उन्होंने कहा कि आसा नई पार्टी जरूर है, लेकिन इसका नेतृत्व अनुभवी और कर्मठ है.

जिला अध्यक्षा शोभा दुबे ने कहा कि जब आर. सी. पी. सिंह बिहार सरकार में आईएएस अधिकारी थे, तभी उन्होंने कुशासन से सुशासन की नींव रखी थी. 2010 में पार्टी का नेतृत्व संभालने के बाद उन्होंने पार्टी को जिला से लेकर बूथ स्तर तक खड़ा किया.

जिला अध्यक्ष दिलीप मिश्रा ने मुख्यमंत्री पर आरोप लगाते हुए कहा कि अब वे अवैध कब्जों में उलझ चुके हैं. जब हमारे नेता के साथ सरकार थी, तब बिहार तेजी से प्रगति कर रहा था. लेकिन उन्हें साजिशन हटाया गया, क्योंकि उन्होंने दलित-पिछड़ों को सत्ता में भागीदारी देना शुरू कर दिया था.

कार्यक्रम के अंत में आर. सी. पी. सिंह ने कहा कि बिहार खनिज और प्राकृतिक संसाधनों से भरपूर है. यहां विकास की अपार संभावनाएं हैं. लेकिन सत्ता में बैठे लोग सिर्फ कुर्सी की राजनीति कर रहे हैं. हमारी पार्टी हर परिवार को खुशहाल बनाने, युवाओं को रोजगार देने और किसानों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए प्रतिबद्ध है.

इस अवसर पर रविरंजन सिंह, विशन सिंह बिट्टू, डॉ. ललिता, नीरज कु गौड़, विशेष कश्यप, सतेंद्र सिंह, रवि रंजन तिवारी, वृज भूखन चौहान, गिरिजा राम, रेणु प्रजापति, गुंजन देवी, संजीव कुमार, रवि गुप्ता, अजित चौहान, सरोजा देवी समेत बड़ी संख्या में कार्यकर्ता और नेता मौजूद रहे.









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