सनातन धर्मदीप संवाद सह सम्मान समारोह का भव्य आयोजन सम्पन्न ..

कहा कि, "सनातन संस्कृति के मूल्यों की रक्षा, सामाजिक समरसता का विस्तार और राष्ट्र निर्माण की दिशा में सभी संगठनों का एकजुट प्रयास आज की महती आवश्यकता है. 









                                           




  • बक्सर में आध्यात्मिक और सामाजिक संस्थाओं की एकजुटता का संदेश
  • वर्षा पांडेय ने दिया सनातन मूल्यों की रक्षा का आह्वान

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर : जिले के गोयल धर्मशाला में शनिवार को “सनातन धर्मदीप संवाद सह सम्मान समारोह” का भव्य आयोजन किया गया. वर्षा पांडेय के नेतृत्व एवं अध्यक्षता में आयोजित इस गरिमामयी कार्यक्रम में जिले के प्रमुख आध्यात्मिक संगठनों, धार्मिक पूजा समितियों, अखाड़ों और सामाजिक सेवा में संलग्न संस्थाओं ने उत्साहपूर्वक सहभागिता की. समारोह ने जिले में धार्मिक चेतना, सामाजिक एकता और राष्ट्रीय मूल्यों के प्रति नई जागरूकता का संचार किया.

इस अवसर पर कार्यक्रम के मुख्य अतिथि राज्यसभा सदस्य मनन मिश्रा रहे. उनके साथ भारतीय जनता पार्टी बक्सर के जिलाध्यक्ष ओमप्रकाश भुवन ने भी अपनी उपस्थिति से समारोह की गरिमा को बढ़ाया. कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में आर्ट ऑफ लिविंग के स्वामी परमतेज, गायत्री परिवार के रमणंद तिवारी, वामन चेतना मंच के राष्ट्रीय प्रवक्ता पिताम्बर प्रवेश और बालिका खंड के प्रधानाचार्य प्रमोद उपस्थित रहे. सभी ने अपने विचार व्यक्त करते हुए देश की वर्तमान परिस्थितियों पर चिंता जताई और सभी धार्मिक एवं सामाजिक संगठनों से एकजुट होकर कार्य करने का आह्वान किया.

समारोह की अध्यक्षता कर रहीं वर्षा पांडेय ने अपने ओजस्वी और प्रेरणादायक संबोधन में कहा कि, "सनातन संस्कृति के मूल्यों की रक्षा, सामाजिक समरसता का विस्तार और राष्ट्र निर्माण की दिशा में सभी संगठनों का एकजुट प्रयास आज की महती आवश्यकता है. हिंसा और विघटनकारी शक्तियों के विरुद्ध हमें संगठित होकर दृढ़ संकल्प के साथ कार्य करना होगा."

मुख्य अतिथि मनन मिश्रा ने अपने संबोधन में कहा, "आज समय की मांग है कि हम अपने प्राचीन सनातन मूल्यों को न केवल जीवित रखें, बल्कि उन्हें वैज्ञानिक और व्यवहारिक तरीके से नई पीढ़ी तक पहुँचाएँ. जब तक हमारे संस्कार मजबूत रहेंगे, तब तक राष्ट्र भी सशक्त रहेगा."

विशिष्ट अतिथि स्वामी परमतेज ने कहा कि आस्था के साथ विवेक का मेल ही सनातन संस्कृति की पहचान है. वहीं रमणंद तिवारी ने सामाजिक जागरूकता को समय की आवश्यकता बताते हुए समन्वय पर बल दिया. पिताम्बर प्रवेश ने संगठनों के बीच संवाद की निरंतरता को महत्वपूर्ण बताया. प्रमोद ने शिक्षा के क्षेत्र में आध्यात्मिक मूल्यों के समावेश की आवश्यकता पर प्रकाश डाला.

कार्यक्रम का मंच संचालन पुष्पेन्दु ने अत्यंत सधे एवं आकर्षक अंदाज में किया, जबकि पुनीत सिंह ने सभी प्रतिभागियों एवं आगंतुकों के प्रति धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया.

इस समारोह में विश्व हिन्दू परिषद, हिन्दू जागरण मंच, इस्कॉन, भारत विकास परिषद, गायत्री परिवार, वामन चेतना मंच, सैनिक संघ, साहित्य मंच, पतंजलि योग समिति, रामलीला समिति, शिव चर्चा समितियाँ, सत्संग समितियाँ, महिला मंडल, प्रज्ञा मंडल सहित अनेकों संस्थाओं की गरिमामयी उपस्थिति रही. इन सभी संगठनों ने एकजुट होकर सनातन संस्कृति और राष्ट्रीय मूल्यों की रक्षा के लिए सतत प्रयास करने का संकल्प लिया.

कार्यक्रम का समापन सामूहिक संकल्प के साथ हुआ, जिसमें सभी ने देश और धर्म के लिए एकजुटता से कार्य करने का वचन दिया. समारोह ने बक्सर में धार्मिक और सामाजिक चेतना को एक नई दिशा देने का कार्य किया.










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