मध्याह्न भोजन की गुणवत्ता पर सवाल उठे, साथ ही भोजन पकाने में उपला और लकड़ी के उपयोग की बात सामने आई. स्टॉक रजिस्टर में दर्ज चावल की मात्रा से कम चावल मिलने, विद्यालय भवनों की मरम्मत नहीं होने, शौचालयों की साफ-सफाई न होने और अभिलेखों के रख-रखाव में लापरवाही पाई गई.
- निरीक्षण में मिली कई गड़बड़ियां
- स्पष्टीकरण असंतोषजनक, विभागीय कार्रवाई शुरू
बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर : जिले के राजपुर प्रखंड अंतर्गत चार प्राथमिक विद्यालयों में गंभीर अनियमितताओं के चलते संबंधित प्रधानाध्यापकों को निलंबित कर दिया गया है. जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा जारी निलंबन पत्र के बाद शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया है. साथ ही सभी के विरुद्ध विभागीय कार्रवाई की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है.
प्राप्त जानकारी के अनुसार, जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा 20 मार्च को राजपुर प्रखंड क्षेत्र के चार विद्यालयों का औचक निरीक्षण किया गया था. निरीक्षण के दौरान प्राथमिक विद्यालय जैतपुरा, प्राथमिक विद्यालय बभनवलिया (मटकीपुर पंचायत), प्राथमिक विद्यालय शाहबाजपुर (अकबरपुर पंचायत) और प्राथमिक विद्यालय खानपुर में अनेक गड़बड़ियां पाई गईं. इन विद्यालयों में मध्याह्न भोजन की गुणवत्ता पर सवाल उठे, साथ ही भोजन पकाने में उपला और लकड़ी के उपयोग की बात सामने आई. स्टॉक रजिस्टर में दर्ज चावल की मात्रा से कम चावल मिलने, विद्यालय भवनों की मरम्मत नहीं होने, शौचालयों की साफ-सफाई न होने और अभिलेखों के रख-रखाव में लापरवाही पाई गई.
इन सभी अनियमितताओं को लेकर डीईओ कार्यालय की ओर से संबंधित प्रधानाध्यापकों से स्पष्टीकरण मांगा गया था. जिनमें जैतपुरा के सतीश कुमार रावत, बभनवलिया की पूनम कुमारी, शाहबाजपुर के संतोष कुमार और खानपुर के शैलेंद्र कुमार सिंह शामिल हैं. लेकिन चारों शिक्षकों द्वारा दिए गए उत्तर असंतोषजनक पाए गए.
समीक्षा के उपरांत विशिष्ट शिक्षक नियमावली 2023 के तहत इन चारों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है. निलंबन पत्र 19 अप्रैल को डीईओ कार्यालय द्वारा जारी किया गया. अब इन सभी के खिलाफ आगे विभागीय कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी.
शिक्षा विभाग के इस सख्त कदम को एक मिसाल के तौर पर देखा जा रहा है. अधिकारियों का कहना है कि अब जिले के अन्य विद्यालयों में भी नियमित निरीक्षण तेज किया जाएगा ताकि शिक्षा की गुणवत्ता सुनिश्चित की जा सके और लापरवाही बरतने वाले शिक्षकों पर समय रहते कार्रवाई हो सके.
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