उनके साथी एवं कई सैन्य अधिकारी उनके गांव पहुंचे तथा तिरंगे में लपेटकर उनके पार्थिव शरीर को चरित्रवन स्थित मुक्तिधाम ले जाया गया, जहां सैन्य सम्मान के साथ उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उनका अंतिम संस्कार किया गया.
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श्रद्धा सुमन अर्पित करते साथी जवान व ग्रामीण, इनसेट में दिवंगत जवान की फाइल फोटो |
- किशनगंज में पदस्थापित थे बरुना गांव निवासी जवान
- ब्रेन हेमरेज बना सैनिक के मौत की वजह
बक्सर टॉप न्यूज, बक्सर : बीएसएफ के 17 वीं बटालियन में असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर के पद पर तैनात बरुना रेलवे स्टेशन के समीप के निवासी वर्षीय राधिका रमन का हृदय घात से निधन हो गया. वर्तमान में वह किशनगंज में पदस्थापित थे हाल ही में छुट्टियां बिताने गांव पर आए थे इसी बीच शनिवार उनकी मौत हो गई.
स्वर्गीय रामविलास चौहान के पुत्र 55 वर्षीय राधिका रमन ने 1989 में सेना ज्वाइन की थी. और तकरीबन 36 साल से अपनी सेवाएं दे रहे थे. 6 अप्रैल को वह छुट्टी पर गांव आए थे और 28 अप्रैल को उन्हें वापस जाना था. इसी बीच 19 अप्रैल को जवान को ब्रेन स्ट्रोक आया और उनका निधन हो गया. हालांकि स्वजन उन्हें इलाज के लिए अस्पताल ले गए थे, लेकिन चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.
उनकी बटालियन मैं जैसे ही इस बात की सूचना पहुंची उनके साथी एवं कई सैन्य अधिकारी उनके गांव पहुंचे तथा तिरंगे में लपेटकर उनके पार्थिव शरीर को चरित्रवन स्थित मुक्तिधाम ले जाया गया, जहां सैन्य सम्मान के साथ उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उनका अंतिम संस्कार किया गया. उनके अभिनेश कुमार सिंह ने उन्हें मुखाग्नि दी. वह अपने पीछे एक विवाहित पुत्र समेत दो पुत्रों एवं एक पुत्री के साथ शोक संतप्त पत्नी को छोड़ गए हैं.
जवान के निधन पर स्वजनों, उनको जानने वालों के साथ-साथ ग्रामीणों के बीच भी शोक की लहर व्याप्त है. सभी उनके मिलनसार एवं मृदुभाषी स्वभाव को याद कर दुखी हो रहे हैं.
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