श्रावण की दूसरी सोमवारी पर कांवरियों की उमड़ी भीड़, रामरेखा घाट से ब्रह्मेश्वरनाथ तक गूंजा हर हर महादेव का जयघोष ..

कांवरिया जल लेकर ब्रह्मपुर स्थित बाबा ब्रह्मेश्वरनाथ धाम के लिए रवाना हुए, जबकि कई कांवरिए सुल्तानगंज या सीधे वैद्यनाथ धाम की ओर प्रस्थान कर गए. इस दौरान शिवालयों में भी भारी भीड़ रही और 'हर हर महादेव' के जयघोष से जिला गूंज उठा.

नाथ बाबा मंदिर में स्थित द्वादश ज्योतिर्लिंग का जलाभिषेक करते श्रद्धालु









                                           




रामेश्वर नाथ मंदिर में भोलेनाथ का जलाभिषेक करते श्रद्धालु

- रामरेखा घाट से वैद्यनाथ धाम तक कांवरियों का जत्था होता रहा रवाना, महिलाओं-बच्चों ने भी किया पैदल सफर
- ड्रोन से निगरानी, चार पहिया वाहनों पर रोक और हर चौराहे पर पुलिस बल की तैनाती

बक्सर टॉप न्यूज, बक्सर : श्रावण महीने की दूसरी सोमवारी पर बक्सर का रामरेखा घाट शिवभक्तों की आस्था से सराबोर दिखा. दोपहर से लेकर पूरी रात तक श्रद्धालुओं की भारी भीड़ पवित्र गंगाजल लेने पहुंची. कांवरिया जल लेकर ब्रह्मपुर स्थित बाबा ब्रह्मेश्वरनाथ धाम के लिए रवाना हुए, जबकि कई कांवरिए सुल्तानगंज या सीधे वैद्यनाथ धाम की ओर प्रस्थान कर गए. इस दौरान शिवालयों में भी भारी भीड़ रही और 'हर हर महादेव' के जयघोष से जिला गूंज उठा.

नाथ बाबा मंदिर में कतारबद्ध श्रद्धालु

रामरेखा घाट से बाबा धाम तक के मार्ग में भक्तों का उत्साह देखते ही बन रहा था. डीजे की धुन पर थिरकते कांवरिए, साथ में गाते-बजाते श्रद्धालु अपनी टोली के साथ बढ़ते चले जा रहे थे. भोजपुर, रोहतास समेत अन्य जिलों से भी बड़ी संख्या में शिवभक्त पहुंचे. खास बात यह रही कि कांवर यात्रा में पुरुषों के साथ महिलाएं, बच्चे व युवतियां भी शामिल रहीं. पुजारी अमरनाथ पांडेय उर्फ लाला बाबा ने बताया कि लोगों की आमद रविवार दोपहर 2 बजे से शुरू हुई जो देर रात तक बनी रही. पुनः सोमवार की सुबह से देर शाम तक लोगों की भीड़ आती और पवित्र गंगाजल लेकर शिवालयों को रवाना होती रही.

नंदी महाराज का पूजन करते श्रद्धालु 

सुरक्षा के रहे पुख्ता इंतजाम :


श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए मॉडल थाना चौक से रामरेखा घाट तक चार पहिया वाहनों का प्रवेश बंद रखा गया था. महिला व पुरुष पुलिस बल चप्पे-चप्पे पर तैनात रहे. किसी भी गड़बड़ी से बचने और असामाजिक तत्वों पर नजर रखने के लिए ड्रोन कैमरे की मदद ली गई. इसके अतिरिक्त रामरेखा घाट पर गंगा का जलस्तर बढ़ा होने के कारण वहां भी निगरानी की जाती रही.

सेवा शिविरों से मिली राहत :


रामरेखा घाट से ब्रह्मेश्वरनाथ धाम तक विभिन्न स्थानों पर लगाए गए सेवा शिविरों में कांवरियों को चाय, पानी और आराम की सुविधा उपलब्ध कराई गई. कई जगहों पर मार्ग की सफाई कर उसे श्रद्धालुओं के लिए अनुकूल बनाया गया.

श्रावण की इस विशेष सोमवारी पर जिले में शिवभक्ति की अनोखी छटा देखने को मिली, जहां हर वर्ग के लोगों ने मिलकर आस्था और उत्साह के साथ कांवर यात्रा में भाग लिया.










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