वीडियो : अहिरौली घाट पर हुई भव्य गंगा महाआरती, राजकुमार चौबे और भोजपुरी स्टार कल्लू की मौजूदगी में बही श्रद्धा की सरिता ..

इस महाआरती में घाट को वैदिक मंत्रों, शंखध्वनि, दीपों की श्रृंखला और जयघोषों से सजाया गया. श्रद्धालुओं की भारी भीड़ गंगा मैया की भक्ति में डूबी हुई नजर आई. घाट पर पूरा माहौल दिव्यता और ऊर्जा से भर गया था.









                                           





- विश्वामित्र सेना व माँ अहिल्या गंगा सेवा दल के संयुक्त तत्वावधान में 142वें रविवार को हुआ दिव्य आयोजन
- आरती की दिव्यता से अभिभूत हुए अरविंद अकेला कल्लू, जताया विश्वामित्र सेना का आभार

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर अहिरौली घाट पर रविवार की शाम एक ऐतिहासिक क्षण बनकर उभरी, जब गंगा मैया की महाआरती में बिहार में पहली बार एक साथ पांच पंडा महाराजों ने आरती कराई. विश्वामित्र सेना और माँ अहिल्या गंगा सेवा दल के संयुक्त आयोजन में हुए इस भव्य कार्यक्रम में हजारों श्रद्धालुओं की उपस्थिति रही. इस अवसर पर विश्वामित्र सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजकुमार चौबे और भोजपुरी फिल्मों के लोकप्रिय अभिनेता अरविंद अकेला 'कल्लू' की मौजूदगी ने आयोजन को और भव्य बना दिया.

गंगा सेवा दल के द्वारा स्वच्छता अभियान के 142 वें रविवार पर आयोजित इस महाआरती में घाट को वैदिक मंत्रों, शंखध्वनि, दीपों की श्रृंखला और जयघोषों से सजाया गया. श्रद्धालुओं की भारी भीड़ गंगा मैया की भक्ति में डूबी हुई नजर आई. घाट पर पूरा माहौल दिव्यता और ऊर्जा से भर गया था.

राजकुमार चौबे ने कहा कि अहिरौली घाट पर हो रही यह परंपरा सनातन संस्कृति की पुनर्स्थापना का प्रतीक है. उन्होंने कहा कि गंगा सिर्फ नदी नहीं बल्कि करोड़ों लोगों की भावनाओं, संस्कृति और जीवन की धुरी हैं. उन्होंने महाआरती में बड़ी संख्या में युवाओं की भागीदारी को सनातन संस्कृति के प्रति जागरूकता का शुभ संकेत बताया. हालांकि उन्होंने बताया कि यहां आने वाले मार्ग की स्थिति बदल है जिसे बेहतर बनाने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि इसी के लिए वह अपनी पूरी शक्ति के साथ लगे हुए हैं. आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से की गई उनकी कई मांगों को पूरा भी किया गया है लेकिन सनातन की लड़ाई अभी आगे भी जांरी रहेगी. 




वहीं अभिनेता अरविंद अकेला कल्लू ने कहा, यह उनका गांव है यहां आकर और गंगा मैया की गोद में बैठकर जो सुकून मिलता है, वह ना किसी फिल्म के सेट पर मिलता है, ना किसी मंच पर.” उन्होंने विश्वमित्र सेना की प्रशंसा करते हुए कहा कि इस तरह के कार्यक्रम समाज में सकारात्मक ऊर्जा और आध्यात्मिक चेतना लाते हैं. हालांकि उन्होंने कहा कि बक्सर को वैश्विक स्तर पर जो पहचान मिलनी चाहिए कि वह भी नहीं मिली है जिसके लिए वह अपने स्तर से प्रयास करते हैं और समय-समय पर बक्सर से जुड़े भजनों को भी प्रस्तुत करते हैं.


कार्यक्रम के अंत में माँ अहिल्या गंगा सेवा दल और विश्वामित्र सेना की ओर से घाट की साफ-सफाई कर स्वच्छता का संदेश दिया गया. साथ ही आयोजन में सहयोग देने वाले सभी लोगों और श्रद्धालुओं के प्रति आभार प्रकट किया गया. यह आयोजन सभी के लिए एक अविस्मरणीय आध्यात्मिक अनुभव बन गया. कार्यक्रम के सफल आयोजन में संयोजक पंडित अभयदीप नारायण चौबे, दीपक, भूलन, अजीत, मनीष, मुकेश, बच्चन जी, दिनेश जी, अजीत मांझी आदि का विशेष योगदान रहा.












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