कहा है कि पटना के पारस अस्पताल में हुए कुख्यात चंदन मिश्रा हत्याकांड में उसके पति का नाम जबरन जोड़ा जा रहा है, जबकि उसका इस घटना से कोई लेना-देना नहीं है.
- पति की हत्या की साजिश का आरोप, एडीजी कुंदन कृष्णन को बताया जिम्मेदार
- शेरु की पत्नी का पत्र वायरल, पति को बताया निर्दोष
बक्सर टॉप न्यूज, बक्सर : सोशल मीडिया पर एक पत्र तेजी से वायरल हो रहा है जिसमें बक्सर जिले के सिमरी थाना क्षेत्र के दुल्लहपुर गांव निवासी महिला लकी सिंह ने अपने पति ओंकार नाथ सिंह उर्फ शेरू सिंह के फर्जी एनकाउंटर की आशंका जताई है. महिला ने यह पत्र देश के सर्वोच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश को संबोधित करते हुए लिखा है. हालांकि, बक्सर टॉप न्यूज़ इस वायरल पत्र की पुष्टि नहीं करता है.
वायरल पत्र में महिला ने दावा किया है कि उसके पति वर्तमान में पश्चिम बंगाल के पुरुलिया जेल में बंद हैं, लेकिन बिहार पुलिस और विशेष रूप से एडीजी कुंदन कृष्णन द्वारा उन्हें फर्जी मामलों में फंसाकर बिहार लाने की योजना बनाई जा रही है. उसने आरोप लगाया कि बिहार लाकर पूछताछ के बहाने पुलिस हिरासत में हत्या कर फेक एनकाउंटर की घोषणा करने की साजिश चल रही है.
लकी सिंह ने अपने पत्र में पहले भी ऐसी कोशिश का जिक्र किया है. उसने लिखा कि आरा के तनिष्क ज्वेलरी लूटकांड में भी पुलिस ने बिना सबूत के उसके पति को रिमांड पर लिया था और फर्जी मुठभेड़ की पूरी तैयारी कर ली थी, लेकिन समय रहते उसने आवेदन देकर अपने पति की जान बचा ली थी.
आरोप - चंदन की हत्या में जबरन जोड़ रहे नाम :
लकी सिंह ने अपने पत्र में कहा है कि पटना के पारस अस्पताल में हुए कुख्यात चंदन मिश्रा हत्याकांड में उसके पति का नाम जबरन जोड़ा जा रहा है, जबकि उसका इस घटना से कोई लेना-देना नहीं है. महिला ने बताया कि मृतक चंदन मिश्रा कभी उसके पति का दोस्त था और जेल से पेरोल पर छूटने के बाद उसकी हत्या हुई.
लकी सिंह ने सुप्रीम कोर्ट से मांग की है कि बिहार पुलिस को निर्देशित किया जाए कि यदि पूछताछ करनी हो तो पुरुलिया जेल में जाकर ही करें, या वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए वाद का विचारण करें. उसने यह भी कहा कि बिहार की किसी भी जेल में उसके पति को लाना उसकी जान के लिए खतरा हो सकता है.
इस पत्र के अंत में महिला ने अपने पति की सुरक्षा की जिम्मेदारी न्यायपालिका से सुनिश्चित कराने की अपील की है. उसने एक पुराने आवेदन की प्रति भी पत्र के साथ संलग्न की है.
बक्सर टॉप न्यूज़ पुनः स्पष्ट करता है कि यह पत्र सोशल मीडिया पर वायरल है और इसकी आधिकारिक पुष्टि हमारे द्वारा नहीं की गई है.
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