सफाई एनजीओ की मनमानी से फूटा ग्रामीणों का गुस्सा, कचरा लेकर पहुंचीं गाड़ियां लौटाईं, बोले– नहीं होने देंगे डंपिंग ..

जिस एनजीओ को मार्च तक 42 लाख रुपये मासिक भुगतान किया जाता था, उसकी जगह अप्रैल से नए एनजीओ को काम सौंपा गया है. अब प्रति माह 90 लाख रुपये दिए जा रहे हैं. इसके बावजूद शहर की सफाई व्यवस्था में कोई खास सुधार नहीं दिख रहा है. 











                                           



  • "एनजीओ बैक" का नारा लगाते हुए सड़क पर उतरे ग्रामीण, कहा– नहीं मानी बात तो होगा सड़क जाम और धरना
  • एनजीटी मानकों की उड़ रही धज्जियां, खेत और जलस्रोत हो रहे प्रदूषित, बीडीओ ने भी किया विरोध

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर : सिमरी प्रखंड के मझवारी गांव के पास रविवार को ग्रामीणों ने नगर परिषद की सफाई एनजीओ द्वारा किए जा रहे कचरा डंपिंग के खिलाफ जोरदार विरोध प्रदर्शन किया. आक्रोशित ग्रामीणों ने "एनजीओ बैक" का नारा लगाते हुए कचरा से भरी चार गाड़ियों को लौटा दिया. उनका साफ कहना था कि शहर का कचरा अब गांव में नहीं फेंकने दिया जाएगा. ग्रामीणों ने चेतावनी दी कि यदि मनमानी बंद नहीं हुई तो वे उग्र आंदोलन करेंगे.

डुमरांव नगर परिषद क्षेत्र में 35 वार्ड हैं. सफाई व्यवस्था के लिए पहले जिस एनजीओ को मार्च तक 42 लाख रुपये मासिक भुगतान किया जाता था, उसकी जगह अप्रैल से नए एनजीओ को काम सौंपा गया है. अब प्रति माह 90 लाख रुपये दिए जा रहे हैं. इसके बावजूद शहर की सफाई व्यवस्था में कोई खास सुधार नहीं दिख रहा है. उलटे अब शहर का कचरा सिमरी रोड में डंप किया जा रहा है, जिससे ग्रामीणों का आक्रोश बढ़ता जा रहा है.

पूर्व चेयरमैन मोहन मिश्र ने कहा कि राशि दोगुना कर दी गई, फिर भी शहर में गंदगी जस की तस है. वहीं एनजीओ द्वारा डंपिंग आबादी और जलस्रोतों के करीब की जा रही है, जो एनजीटी के नियमों का उल्लंघन है. इससे लोगों के स्वास्थ्य और पर्यावरण दोनों पर असर पड़ रहा है.

रविवार को मझवारी के मो. सलीम अंसारी, धर्मेंद्र यादव, रविंद्र यादव, सुरेश यादव, हरेंद्र यादव और विनोद यादव समेत कई ग्रामीणों ने सफाई एजेंसी की गाड़ियों को घेरकर लौटा दिया. ग्रामीणों ने बताया कि डंपिंग स्थल के पास उनकी खेती होती है और बदबू के कारण फसल उत्पादन प्रभावित हो रहा है. वहीं राहुल पासी और शिवनाथ पासी ने कहा कि डंपिंग स्थल उनके टोले से सौ गज की दूरी पर है. बदबू से जीना मुहाल हो गया है.

मौके पर पहुंचे सफाई एनजीओ के सुपरवाइजर मनु सिंह ने कहा कि जिस जमीन पर कचरा गिराया जा रहा है, वह एग्रीमेंट की गई है. रास्ता बनाने के लिए अस्थायी रूप से कचरा डाला जा रहा है. इस पर ग्रामीणों ने साफ कहा कि जब तक घेराबंदी नहीं होती, डंपिंग नहीं होने देंगे.












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