पैसे नहीं दिए जाने की सूरत में मरीज को बंधक बनाते हुए परिजनों के साथ मारपीट भी की गई है. इस बात की लिखित शिकायत तथा एक वीडियो पीड़ित ने इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के जिला अध्यक्ष को दिया है तथा कार्रवाई की मांग की है.
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मरीज से पैसे जमा कराने की बात कहते अस्पताल कर्मी |
- मरीज ने आई.एम.ए. के जिलाध्यक्ष से की शिकायत, बुलाई गई आपात बैठक
- जिलाध्यक्ष ने कहा, जिला पदाधिकारी से करेंगे शिकायत
बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: गोलंबर के समीप अवस्थित एक निजी अस्पताल के द्वारा एक गर्भवती महिला का सिजेरियन से प्रसव कराने के नाम पर उसके परिजनों से 1 लाख 40 हज़ार रुपयों की मांग की गई है. वहीं, पैसे नहीं दिए जाने की सूरत में मरीज को बंधक बनाते हुए परिजनों के साथ मारपीट भी की गई है. इस बात की लिखित शिकायत तथा एक वीडियो पीड़ित ने इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के जिला अध्यक्ष को दिया है तथा कार्रवाई की मांग की है.
अपने शिकायती पत्र में चुरामनपुर के रहने वाले धर्मेंद्र पाल ने बताया है कि वह अपनी पत्नी को लेकर गोलंबर के समीप स्थित एक निजी अस्पताल में चिकित्सक डॉ राजीव झा के पास पहुंचे. जहाँ पत्नी का सिजेरियन हुआ जिसके बाद उनसे तकरीबन 1 लाख 40 रुपये की मांग की गई. उन्होंने जैसे-तैसे कर 86 हज़ार रुपये जमा करा दिए लेकिन, चिकित्सक तथा अस्पताल कर्मियों द्वारा 35 हज़ार रुपये अतिरिक्त की मांग भी की जा रही है. यही नहीं इस मामले में मरीज के परिजनों के साथ मारपीट भी की गई. साथ ही यह भी कहा गया कि जब तक पैसे नहीं जमा कराए जाएंगे तब तक वह मरीज को अस्पताल से छुट्टी नहीं देंगे.
मामले को लेकर पीड़ित बक्सर इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के जिला अध्यक्ष डॉ महेंद्र प्रसाद के यहां पहुंचे तथा अपनी व्यथा बताई जिस पर आईएमए की एक आपात बैठक बुलाते हुए सभी सदस्यों ने चिकित्सक के इस व्यवहार को चिकित्सा पेशे के लिए धब्बा बताया साथ ही यह भी कहा गया कि वह इस मामले को लेकर जिला प्रशासन तथा सिविल सर्जन से शिकायत करेंगे. इस संदर्भ में जानकारी देते हुए आई.एम.ए. के अध्यक्ष डॉ. महेंद्र प्रसाद ने बताया कि जिस निजी अस्पताल में यह घटना घटित हुई है उन्हें संदेह है कि वहां बगैर किसी सर्जन के ही इस तरह की सर्जरी कराई गई है. यह भी संभव है कि किसी कंपाउंडर ने ही सर्जरी कर दी हो. ऐसे में वह इस बात की जांच के लिए भी जिला प्रशासन से अनुरोध करेंगे. उन्होंने कहा कि, ऐसे लोगों पर कठोर कार्रवाई होनी चाहिए. बता दें कि, पिछले दिनों सिविल सर्जन डॉ जितेंद्र नाथ ने भी सभी निजी अस्पतालों के जांच किए जाने की बात कही थी लेकिन, बाद में ऐसा नहीं हो सका. मामले में सिविल सर्जन डॉ. जितेंद्र नाथ से बात करने के लिए उनका सरकारी नंबर पर फोन किया गया लेकिन, फोन नहीं लगने के कारण उनका पक्ष ज्ञात नहीं हो सका.
मरीज के परिजन द्वारा रिकॉर्ड किया वीडियो:
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