अपनी क्षमता अभिवर्द्धन की तकनीक से अवगत हुए जिले के किसान ..

जिले में गठित कुल तैंतीस कृषक हितार्थ तथा सतरह खाद्य सुरक्षा सुरक्षा समूह के अध्यक्ष, सचिव तथा कोषाध्यक्ष को बचत, ऋण, कार्यवाही कैशबुक पंजी, पासबुक, फ्रेमिंग बोर्ड, बैग तथा समूह मार्गदर्शिका उपलब्ध करायी गयी. सभी प्रकार की पंजियों एवं पासबुक को समयानुसार संधारण कराने की जवाबदेही सम्बंधित बीटीएम तथा एटीएम को दी गई है.






- आत्मा के समूहों से आत्मनिर्भर बनेंगे जिले के किसान -एडीएम 
- आत्मा द्वारा गठित समूहों का एक दिवसीय क्षमता अभिवर्द्धन कार्यक्रम का आयोजन

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर: एक से अनेक कहावत को चरितार्थ कर अगर एक कृषक आधुनिक पद्धति से किसानी ज्ञान अर्जित कर समूह में ज्ञान का प्रसार करते हुए खेती करें तो अनेक किसानों की आर्थिक स्थिति को सुदृढ़ कर आत्मनिर्भर बनाया जा सकता है. उक्त बाते अपर समाहर्ता (लोक शिकायत) किशोरी चौधरी ने कही.  बिहार दिवस के अवसर पर कृषि प्रौद्योगिकी प्रबंध अभिकरण (आत्मा) के सोमवार को स्थानीय नगर भवन में आत्मा द्वारा गठित कृषक हितार्थ समूह व खाद्य सुरक्षा समूह का एक दिवसीय क्षमता अभिवर्द्धन कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कार्यक्रम का उद्घाटन अपर समाहर्ता (लोक शिकायत) किशोरी चौधरी, जिला कृषि पदाधिकारी कृष्णानंद चक्रवर्ती, आत्मा के परियोजना निदेशक राजेश प्रताप सिंह, एलडीएम आनंद कुमार ओझा, पशुपालन पदाधिकारी मनोज कुमार ने संयुक्त रुप से दीप प्रज्जवलित कर किया वहीं, मंच संचालन अमान अहमद ने किया.






डीएओ कृष्णानंद चक्रवर्ती ने कहा कि कृषि विभाग की योजनाओं में समूह को प्राथमिकता के आधार पर चयन किया जाता है, जिसमें कृषि यंत्र बैंक, प्रत्यक्षण इत्यादि शामिल हैं. आत्मा के परियोजना निदेशक राजेश प्रताप सिंह ने कहा कि, सामूहिक खेती किसानों के आर्थिक समृद्धि का सशक्त माध्यम है. आत्मा द्वारा सभी कार्यक्रमों में समूह के सदस्यों को प्राथमिकता दी जाती है. आगे उन्होंने कहा कि खाद्य सुरक्षा समूह गठित कर बैंक खाता खुलने के बाद बीटीएम या एटीएम के देखरेख में नियमित अंतराल पर सदस्यो की सहयोग राशि के साथ मासिक बैठक, पासबुक व पंजियों का संधारण तथा समूह की गतिविधियों को छह माह तक सफलतापूर्वक संचालन उपरांत नियमानुसार आत्मा द्वारा दस हजार रुपये सीड मनी के रूप में दी जाएगी ताकि, समूह में शामिल महिलायें अपने घरों में पोषण वाटिका स्थापित कर सकें. आने वाले दिनों में समूह आधारित योजनाओं का सृजन किया जायेगा. 




अग्रणी बैंक प्रबंधक आनंद कुमार ओझा ने बताया कि समूह गठन उपरांत नियमानुसार बैंक खाता खोलने का प्रावधान है. खाता खुलने के उपरांत समूह द्वारा छह माह तक नियमित रुप से राशि जमा करने पर वित पोषित किया जायेगा. पशुपालन विभाग के डाॅ. मनोज कुमार तथा डाॅ.शर्मिला ने उपयोगी योजनाओं पर प्रकाश डाला. उन्होंने बताया कि बकरीपालन, शुकर विकास, मुर्गीपालन पर विभाग द्वारा पचास प्रतिशत तक अनुदान दिया जा रहा है. जिले में गठित कुल तैंतीस कृषक हितार्थ तथा सतरह खाद्य सुरक्षा सुरक्षा समूह के अध्यक्ष, सचिव तथा कोषाध्यक्ष को बचत, ऋण, कार्यवाही कैशबुक पंजी, पासबुक, फ्रेमिंग बोर्ड, बैग तथा समूह मार्गदर्शिका उपलब्ध करायी गयी. सभी प्रकार की पंजियों एवं पासबुक को समयानुसार संधारण कराने की जवाबदेही सम्बंधित बीटीएम तथा एटीएम को दी गई है.

मौके पर आत्माकर्मी विकास कुमार राय, बालाजी, रघुकुल तिलक, चंदन कुमार सिंह, रामनारायण त्रिवेदी, दीपक कुमार यादव, सुप्रिया सोनी, प्रियंका मेहता, आकांक्षा वर्मा, अजय कुमार सिंह, मनोज कुमार चौधरी, विवेकानंद उपाध्याय सहित सभी आत्माकर्मी, विभिन्न प्रखंडों से समूह के अध्यक्ष,सचिव तथा कोषाध्यक्ष मौजूद थे.





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