उन्होंने यह देखा कि मौके पर ट्रक के टायर के निशान हैं और समीप में ही गल्ला दुकानदार के कर्मचारी गोपाल जी ने बताया कि 5 से 7 की संख्या में हथियारबंद लोग आए थे जिन्होंने उन्हें भी बंधक बनाया और उनके दुकान में लगे सीसीटीवी कैमरे का हार्ड डिस्क उखाड़ लिया.
- लोहा व्यवसायी ने औद्योगिक थाने में दिया आवेदन
- अज्ञात चोरों द्वारा ट्रक पर सरिया लाद कर ले जाए जाने का लगाया आरोप
बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर : औद्योगिक थाना क्षेत्र के अर्जुनपुर रोड में भाजपा कार्यालय के समीप स्थित एक लोहे के सरिया गोदाम से बीती रात अज्ञात चोरों ने भीषण चोरी की घटना को अंजाम दिया है और तकरीबन 10 लाख रुपये के सरिया, लोहे के रिंग और तार की चोरी कर ली. गोदाम मालिक का यह आरोप है कि चोरों का मनोबल इतना बढ़ा हुआ था कि चोरों ने ट्रक लगाकर आराम से 12 टन सरिया, एक टन लोहे का तार, 80 बंडल छड़ बांधने वाला तार व 27 हज़ार नकद की चोरी कर ली है. इतना ही नहीं चोरों ने गोदाम के बगल में एक व्यक्ति की गल्ला दुकान में लगा सीसीटीवी कैमरा का हार्ड डिस्क भी निकाल लिया ताकि उनकी पहचान ना हो सके. साथ ही जब तक चोरों ने चोरी की तब तक गला दुकान की निगरानी करने वाले रात्रि प्रहरी को भी बंधक बना कर रखा. यह घटना बीती रात तकरीबन 1:00 बजे अंजाम दी गई. सुबह जब दुकानदार को इस बात की जानकारी हुई तो मामले में थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई गई जिसके बाद पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है. लेकिन पुलिस इस मामले को संदेश मान रही है एसडीपीओ धीरज कुमार का कहना है कि मामले की सत्यता जांची जा रही है.
थाने में दिए गए अपने आवेदन में ज्योति प्रकाश चौक के समीप के निवासी सुयश बजाज ने बताया कि अर्जुनपुर रोड में भाजपा कार्यालय के समीप उनकी लोहा और छड़ का गोदाम है जहां मंगलवार की शाम 7:00 बजे उनके कर्मचारी कृष्णा प्रतिदिन की तरह गोदाम बंद कर घर चले गए. सुबह स्थानीय लोगों ने बताया कि गोदाम में चोरी हो गई है. वहां पहुंचने पर उन्होंने यह देखा कि मौके पर ट्रक के टायर के निशान हैं और समीप में ही गल्ला दुकानदार के कर्मचारी गोपाल जी ने बताया कि 5 से 7 की संख्या में हथियारबंद लोग आए थे जिन्होंने उन्हें भी बंधक बनाया और उनके दुकान में लगे सीसीटीवी कैमरे का हार्ड डिस्क उखाड़ लिया. यह घटना बीती रात तकरीबन 1:00 बजे हुई थी और आराम से ट्रक पर वह सब सामान लादकर चलते बने.
कहते हैं एसडीपीओ :
आवेदनकर्ता के आरोपी की जांच की गई लेकिन अब तक ऐसा कोई भी साक्ष्य नहीं मिला जिससे की सत्यता की पुष्टि हो सके. उन्होंने जिस व्यक्ति को बंधक बनाने की बात कही है उस व्यक्ति का कहना है कि वह खाना खाकर रात को 10:00 बजे सो गए थे उन्हें ऐसा कुछ भी ज्ञात नहीं हुआ. ऐसे में आवेदक का आवेदन असत्य प्रतीत हो रहा है फिर भी मामले की जांच हो रही है.
धीरज कुमार, एसडीपीओ
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