अलग-अलग संगठनों के बैनर तले जननायक को किया नमन ..

पूरे प्रदेश के साथ जिले में खुशी की लहर दौड़ गई है. जिसको लेकर बुधवार को अलग-अलग दालों तथा संगठनों के द्वारा न सिर्फ जननायक को नमन किया गया बल्कि केंद्र सरकार का आभार भी व्यक्त किया गया.









- अलग-अलग संगठनों द्वारा दी गई श्रद्धांजलि
- सभी संगठनों ने सरकार का जताया आभार

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर :  पूर्व मुख्यमंत्री जननायक कर्पूरी ठाकुर के 100 वें जन्मशताब्दी के मौके पर केंद्र सरकार द्वारा उन्हें भारत रत्न की उपाधि से विभूषित करने के ऐतिहासिक फैसले पर पूरे प्रदेश के साथ जिले में खुशी की लहर दौड़ गई है. जिसको लेकर बुधवार को अलग-अलग दालों तथा संगठनों के द्वारा न सिर्फ जननायक को नमन किया गया बल्कि केंद्र सरकार का आभार भी व्यक्त किया गया.

जननायक कर्पूरी ठाकुर स्मृति न्यास द्वारा प्रधान कार्यालय में वरिष्ठ नेता दीनानाथ ठाकुर के नेतृत्व में जननायक कर्पूरी ठाकुर की 100 वीं जन्मशताब्दी मनाई गई. मंच संचालन रामएकबाल ठाकुर ने किया. इस दौरान उनके तैल चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर उनके व्यक्तित्व व कृतित्व को याद किया गया. इस मौके पर दीनानाथ ठाकुर ने कहा कि जननायक कर्पूरी ठाकुर स्मृति न्यास प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आभार प्रकट करती है,. उन्होंने कहा कि 36 वर्षों के बाद केंद्र सरकार ने भारत रत्न की उपाधि से जननायक कर्पूरी ठाकुर नवाजा है. हम भारत सरकार को धन्यवाद देते हैं कि हम नाइयों बिरादरी के लोगों को मान-सम्मान मिला.

रामएकबाल ठाकुर ने कहा कि लंबे समय तक से लड़ाई लड़ने और चिर लंबित मांग पर केंद्र की मोदी सरकार ने उन्हें भारत रत्न से नवाजा है. हम सभी केंद्र सरकार को धन्यवाद देते हैं.

इस मौके पर पूर्व प्रत्याशी सरोज राजभर, सत्यनारायण ठाकुर, राधेश्याम ठाकुर, करीमन ठाकुर गोविंद प्रधान, सत्येंद्र कुशवाहा, वशिष्ठ ठाकुर, त्रिलोकी ठाकुर अखिलेश ठाकुर, प्रमोद ठाकुर, छोटेलाल ठाकुर, हीरालाल ठाकुर, कल्लू बारी, मुन्ना राजभर, अजीत राजभर, कृष्णावती देवी, राजेश बारी, भृगुनाथ चौहान, बेनीमाधव राजभर सहित अन्य लोग मौजूद रहे.

एआइएसएफ(AISF) जिला कार्यालय में राज्य परिषद सदस्य विकास ठाकुर की अध्यक्षता में मनाई गई. सबसे पहले छात्र नेताओं द्वारा उनके तैलचित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धांजलि दी गई.

इस मौके पर कार्यक्रम में उपस्थित एआइएसएफ प्रदेश उपाध्यक्ष बब्लू राज ने कहा आज स्व कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न देने की घोषणा किया गया. ये सम्मान इन्हें बहुत पहले दे देना चाहिए था.

आज जब वोटों के गणित, सामाजिक ध्रुवीकरण और सियासी नफा-नुकसान के लिए सत्ता पक्ष और विपक्ष के लोग संवैधानिक मर्यादाओं और संवैधानिक प्रावधानों की धज्जियां उड़ा रहे हों और चाहे-अनचाहे वेबजह टकराव ले रहे हों तब जननायक कर्पूरी ठाकुर की विचारधारा और अधिक प्रासंगिक हो जाती है. उनका मानना था कि संसदीय परंपरा और संसदीय जीवन राजनीति की पूंजी होती है जिसे हर हाल में निभाया जाना चाहिए. उनकी चिंता के केंद्र में हमेशा गरीब, पिछड़े, अति पिछड़े और समाज के शोषित-पीड़ित-प्रताड़ित लोग रहे हैं. शायद यही वजह रही है कि उनकी समस्याओं के समाधान के लिए कर्पूरी ठाकुर ने सदैव लोकतांत्रिक प्रणालियों का सहारा लिया. आज के नेताओं को उनसे सीखने की आवश्यकता है उनका जीवन सादगी भरा रहा है.

इस अवसर पर एआईएसएफ से ऋषभ कुमार, अमित कुमार, राहुल ठाकुर, प्रिंस इदरीसी, सद्दाम शाह, मुन्ना सिंह,आदि उपस्थित थे.



व्यवहार न्यायालय बक्सर के  प्रागंण में बीजेपी लीगल सेल  के जिलाध्यक्ष सुमन कुमार श्रीवास्तव के  नेतृत्व  में मनायी गई. जयंती कार्यक्रम में सबसे पहले द्वीप प्रज्वलित कर  उनके तैल्यचित्र पर सभी ने पूष्पाजंलि अर्पित की तथा सुमन कुमार श्रीवास्तव, मनोज कुमार श्रीवास्तव के द्वारा कहा गया कि भारत के प्रधानमंत्री के द्वारा उनके मृत्यु के 35 साल बाद भारत रत्न से सम्मानित करने की निर्णय लेना सराहनीय है. जननायक स्व ठाकुर सबसे पहले सोशलिस्ट पार्टी के विधायक बने और शिक्षा मंत्री, उपमुख्यमंत्री के साथ-साथ दो बार मुख्यमंत्री भी रहे. श्री ठाकुर की जन्म 24 जनवरी 1924 को हुआ और उनकी मृत्यु 17 फरवरी 1988 में हुई. वह गरीब तबको के लोगों की आवाज बने और गरीबों की आवाज बुलंद करने और आरक्षण दिलाने में उनकी अहम भूमिका रही इसीलिए इनको गरीबों का मसीहा, जननायक से संबोधित किया गया. 

जयंती कार्यक्रम में  बसंत कुमार चौबे, शशि भूषण राय, सुरेन्द्र कुमार सिंह,विनोद कुमार मिश्रा, मनोरंजन पाठक, विन्देश्वरी ठाकुर, सुशील कुमार पाठक ,  रजनिश रंजन श्रीवास्तव, अनिल श्रीवास्तव, माधुरी चौबे, मारकंडेय पाठक, अवध विहारी राम, गोपाल प्रसाद सिंह के साथ साथ अन्य सदस्य भी उपस्थित रहे.












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