जख्मी वृद्ध के लिए देवदूत बने एसडीपीओ आफाक अख्तर, अपनी ही गाड़ी में लेकर पहुंचे अस्पताल ..

वृद्ध को गंभीर चोटें आई हैं लेकिन प्राथमिक उपचार ससमय मिलने से वृद्ध की जान बच गई. प्राथमिक उपचार के बाद वृद्ध को सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया है. इसकी  सूचना मिलने के बाद जख्मी के परिजन मौके पर पहुंचे और एसडीपीओ की इस दया भावना और मानवता के लिए उन्हें धन्यवाद दिया. 








-सड़क पर जख्मी हालत में पड़ा मिला था वृद्ध
-सड़क दुर्घटना में जख्मी वृद्ध को तुरंत मिला उपचार तो बच गई जान

बक्सर टॉप न्यूज, बक्सर : आमतौर पर अधिकारी बनने के बाद लोग जमीन से जुड़ नहीं पाते लेकिन कुछेक अधिकारी ऐसे होते हैं जो इन सबसे अलग होते हैं और सदैव जनसेवा की भावना को अपने अंदर जगाए रखते हैं. इन्हीं में से एक डुमरांव एसडीपीओ अफाक अख्तर अंसारी की मानवता और सरलता एक बार फिर सामने आई है. एसडीपीओ ने आरा-बक्सर फोरलेन पर नवाडेरा के समीप जख्मी अवस्था में सड़क किनारे पड़े एक वृद्ध को अपने वाहन में बिठाकर अस्पताल पहुंचाया जिससे उसकी जान बच गई. हालांकि घटना किस वाहन से और कैसे हुई इसकी जानकारी नही मिल सकी है. 

इस बाबत मिली जानकारी के अनुसार पुराना भोजपुर के 65 वर्षीय श्यामलाल सिंह घर से बोरिंग पर नहाने की बात कहकर निकले थे. आशंका जताई जा रही है कि सड़क पार करने के दौरान वह किसी अज्ञात वाहन की चपेट में आ गए होंगे जिससे वह गंभीर रूप से जख्मी होकर सड़क किनारे छटपटाने लगे.

समय से मिला इलाज, बची वृद्ध की जान :

संयोग से डुमरांव एसडीपीओ अफाक अख्तर अंसारी क्षेत्र में विधि-व्यवस्था का हाल जानने निकले थे तभी नवाडेरा के समीप उन्होंने जख्मी वृद्ध को घायल अवस्था में देखा. उन्होंने आव देखा न ताव तुरंत वृद्ध को अपने अंगरक्षकों की सहायता से अपनी गाड़ी में बिठाया और प्रतापसागर के मेथोडिस्ट अस्पताल ले गए जहां वृद्ध का उपचार शुरु किया गया. वृद्ध को गंभीर चोटें आई हैं लेकिन प्राथमिक उपचार ससमय मिलने से वृद्ध की जान बच गई. प्राथमिक उपचार के बाद वृद्ध को सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया है. इसकी  सूचना मिलने के बाद जख्मी के परिजन मौके पर पहुंचे और एसडीपीओ की इस दया भावना और मानवता के लिए उन्हें धन्यवाद दिया. एसडीपीओ का कहना है कि मैंने कोई नया काम नही किया है. यह मेरा फर्ज था जिसे मैंने अदा किया.






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