जिला प्रशासन के द्वारा इसको लेकर व्यापक तैयारियां की गई हैं. विभिन्न इलाकों में नौका परिचालन शुरू कर दिया गया है. सरकारी नाव चलाई जा रही है साथ ही साथ बांध का भी निरीक्षण किया जा रहा है और इसकी सुरक्षा के लिए लगातार प्रयास किए रहे हैं.
- खतरे के निशान 60.32 के समीप 60.25 मीटर पर स्थिर है जलस्तर
- जल जमाव खत्म होने के बाद की चुनौतियों के लिए भी तैयारी की बताई बात
बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर : जिले में गंगा का बढ़ता हुआ जलस्तर खतरे के निशान के करीब पहुंचकर अब स्थिर हो गया है. इसके साथ ही प्रयागराज और वाराणसी में बीती रात से ही जलस्तर में कमी दर्ज की जा रही है. ऐसे में यह संभावना जताई जा रही है की गंगा का जलस्तर मंगलवार की शाम से बक्सर में भी घटने लगेगा. यह कहना है जिला पदाधिकारी अंशुल अग्रवाल का. वह बक्सर में गंगा का जलस्तर मंगलवार की सुबह 8:00 बजे से ही खतरे के निशान 60.32 मीटर के बेहद करीब 60.25 मीटर पर स्थिर रहने की सूचना पर जानकारी दे रहे थे.
जिला पदाधिकारी ने बताया कि जलस्तर बढ़ने के कारण बाढ़ की स्थिति बनी हुई है जो कि बेहद ही चुनौती पूर्ण है. हालांकि जिला प्रशासन के द्वारा इसको लेकर व्यापक तैयारियां की गई हैं. विभिन्न इलाकों में नौका परिचालन शुरू कर दिया गया है. सरकारी नाव चलाई जा रही है साथ ही साथ बांध का भी निरीक्षण किया जा रहा है और इसकी सुरक्षा के लिए लगातार प्रयास किए रहे हैं.
डीएम ने बताया कि जलस्तर घटने के बाद भी एक नई चुनौती बीमारियों और महामारी जैसी स्थिति से निपटने की होगी, जिसके लिए प्रशासन कमर कस कर तैयार है. विभिन्न स्वास्थ्य केन्द्रों में पर्याप्त मात्रा में दवाओं की उपलब्धता है. साथ ही जैसे ही जलस्तर कम होगा प्रभावित इलाकों में दवाओं का छिड़काव भी किए जाने की व्यवस्था की गई है.
इटाढ़ी प्रखंड के बाढ़ग्रस्त इलाकों में नहीं शुरु हुआ नौका परिचालन :
सामाजिक कार्यकर्ता धीरेंद्र पाठक ने बताया कि इटाढ़ी प्रखंड के अतरौना पंचायत के सिकठौना में अभी सरकारी नौकाओं का परिचालन नहीं हो रहा है, जिसके कारण लोगों को काफी परेशानी हो रही है. उन्होंने जिला प्रशासन से इस पर भी ध्यान देने का अनुरोध किया.
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