तथ्यात्मक प्रतिवेदन देते हुए अपने बयान में कहा कि सरकार द्वारा निर्धारित जुर्माना वसूली का लक्ष्य पूरा करने के लिए वाहनों की जांच और जुर्माना वसूली की जाती है. उन्होंने स्पष्ट किया कि संभवतः वीडियो में दिखाया गया वसूली का कार्य इसी प्रक्रिया का हिस्सा हो सकता है.
- ट्रकों से कथित तौर पर वसूली करने का वीडियो हुआ वायरल
- जिला पदाधिकारी के निर्देश पर उप विकास आयुक्त कर रहे हैं मामले की जांच
बक्सर टॉप न्यूज, बक्सर : वाहनों से वसूली के मामले में वायरल वीडियो के आधार पर विभिन्न समाचार माध्यमों में प्रकाशित खबर के बाद जिला प्रशासन ने मामले को गंभीरता से लिया है. जिला पदाधिकारी अंशुल अग्रवाल के निर्देश पर उप विकास आयुक्त डॉ. महेंद्र पाल ने इस मामले की जांच शुरू कर दी है और जिला परिवहन पदाधिकारी से स्पष्टीकरण मांगा गया. जिला परिवहन पदाधिकारी संजय कुमार ने तथ्यात्मक प्रतिवेदन देते हुए अपने बयान में कहा कि सरकार द्वारा निर्धारित जुर्माना वसूली का लक्ष्य पूरा करने के लिए वाहनों की जांच और जुर्माना वसूली की जाती है. उन्होंने स्पष्ट किया कि संभवतः वीडियो में दिखाया गया वसूली का कार्य इसी प्रक्रिया का हिस्सा हो सकता है.
इस घटना के पीछे की पृष्ठभूमि यह है कि पिछले कुछ दिनों से इंटरनेट मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें एक पुलिसकर्मी जिला परिवहन पदाधिकारी की गाड़ी से उतरते हुए कथित तौर पर एक ट्रक चालक से रुपये लेते हुए दिखाई दे रहा है. इस वीडियो के सार्वजनिक होने के बाद परिवहन विभाग और जिला प्रशासन दोनों पर सवाल खड़े हो गए, जिससे विभाग की छवि पर असर पड़ा है. प्रशासन द्वारा मामले की निष्पक्ष जांच के आश्वासन के बाद भी, लोगों में इस घटना को लेकर चर्चाएं हो रही हैं.
कहते हैं अधिकारी :
उप विकास आयुक्त डॉ. महेंद्र पाल का कहना है कि मामले की निष्पक्ष जांच की जाएगी, और जांच के आधार पर आवश्यक कार्रवाई होगी. उन्होंने कहा, "निश्चित रूप से भ्रष्टाचार को किसी भी स्थिति में सहन नहीं किया जाएगा."
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