बलिया-गाजीपुर 4-लेन सड़क के निर्माण से बक्सर की पूर्वांचल एक्सप्रेसवे से सीधी कनेक्टिविटी हो जाएगी, जिससे वाहनों की संख्या में और वृद्धि होगी. इन सब घटनाक्रमों के मद्देनजर, बक्सर गोलंबर पर जाम की समस्या को हल करने के लिए उचित उपायों की आवश्यकता है.
- वीर कुंवर सिंह सेतु के समानांतर नए गंगा पुल के लिए एप्रोच पाथ को एलीवेटेड रोड बनाने का प्रस्ताव
- जाम की समस्या का गो जाएगा स्थायी समाधान
बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर : सदर अनुमंडल पदाधिकारी धीरेन्द्र कुमार मिश्रा ने बक्सर में बढ़ती यातायात समस्याओं के समाधान के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है. उन्होंने जिला पदाधिकारी को पत्र भेजकर वीर कुंवर सिंह सेतु के समानांतर प्रस्तावित नए गंगा पुल के एप्रोच पाथ को एलीवेटेड रोड के माध्यम से चुरामनपुर तक ले जाने का सुझाव दिया है. उनका कहना है कि इस पहल से बक्सर गोलंबर पर संभावित ट्रैफिक के दबाव को कम किया जा सकेगा. उनके सुझाव को गंभीरता से लेते हुए जिला पदाधिकारी ने तुरंत उच्च स्तरीय बैठक बुलाई है. इस बैठक में 29 अक्टूबर को राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) के अधिकारियों को भी आमंत्रित किया गया है. राष्ट्रीय राजमार्ग-922 तथा बक्सर गोलंबर पर सड़क जाम की बढ़ती समस्या को लेकर प्रसिद्ध हृदय रोग विशेषज्ञ तथा समाजसेवी डॉक्टर राजेश मिश्रा ने भी आवाज उठाई थी और प्रशासन को इसमें हस्तक्षेप करने का आग्रह किया था.
दरअसल, बक्सर गोलम्बर से होकर गुजरने वाले वाहनों की संख्या अत्यधिक है, जिसके कारण यहां प्रतिदिन जाम की समस्या उत्पन्न होती है. वीर कुंवर सिंह सेतु, जो बिहार और उत्तर प्रदेश के बीच एक महत्वपूर्ण सीमा का कार्य करता है, इस क्षेत्र से विभिन्न जिलों और उत्तर प्रदेश से आने वाले वाहनों के लिए एक प्रमुख मार्ग है. यहां पर सोन नदी के निकट स्थित बालू घाटों से सैकड़ों बालू लदे ट्रक भी इस मार्ग से गुजरते हैं, जिससे यातायात का दबाव और अधिक बढ़ जाता है.
चेकपोस्ट और यातायात वृद्धि की आशंका :
गोलम्बर से वीर कुंवर सिंह सेतु के बीच मद्यनिषेध विभाग द्वारा एक इन्टीग्रेटेड चेकपोस्ट का निर्माण किया जा रहा है. इस चेकपोस्ट के चालू होने के बाद वाहनों की जाँच और अधिक सघन होगी, जिससे यातायात दबाव बढ़ने की संभावना है. इसके साथ ही, बलिया-गाजीपुर 4-लेन सड़क के निर्माण से बक्सर की पूर्वांचल एक्सप्रेसवे से सीधी कनेक्टिविटी हो जाएगी, जिससे वाहनों की संख्या में और वृद्धि होगी. इन सब घटनाक्रमों के मद्देनजर, बक्सर गोलंबर पर जाम की समस्या को हल करने के लिए उचित उपायों की आवश्यकता है.
एलीवेटेड रोड का सुझाव :
इस स्थिति को देखते हुए, अनुमंडल पदाधिकारी ने यह सुझाव दिया है कि प्रस्तावित 3-लेन गंगा पुल का एप्रोच पाथ एलीवेटेड रोड के माध्यम से चुरामनपुर तक ले जाया जाए. इस पहल से यह उम्मीद की जा रही है कि आने वाले दिनों में यातायात की समस्या में कमी आएगी और शहर के नागरिकों को जाम से राहत मिलेगी.
इस प्रस्तावित योजना को लेकर बक्सर प्रशासन ने उच्च स्तरीय बैठक का आयोजन किया है, जिसमें सभी संबंधित अधिकारियों के साथ मिलकर यातायात व्यवस्था को सुधारने की दिशा में महत्वपूर्ण निर्णय लिए जाएंगे. बक्सर के नागरिकों को आशा है कि यह कदम न केवल जाम की समस्या को सुलझाने में मदद करेगा, बल्कि शहर की यातायात व्यवस्था को भी व्यवस्थित करेगा.
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