अधिवक्ता पारस सिंह के निधन पर बक्सर कोर्ट में नो-वर्क

उन्होंने वर्ष 2000 से अधिवक्ता के रूप में कार्य किया और अपने मिलनसार स्वभाव के कारण अधिवक्ता समाज में अत्यंत लोकप्रिय थे. सिंह अपने पीछे पत्नी और तीन पुत्रियों का परिवार छोड़ गए हैं, जिनकी शादियां अभी तक नहीं हुई हैं.






                                                                   






- सोमवार को न्यायालय में नहीं होगा कोई न्यायिक कार्य
- दिवंगत अधिवक्ता की याद में आयोजित की जाएगी श्रद्धांजलि सभा

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर : बक्सर व्यवहार न्यायालय के वरिष्ठ अधिवक्ता पारस सिंह के निधन के कारण सोमवार को सभी अधिवक्ताओं ने न्यायिक कार्य स्थगित रखने का निर्णय लिया है. अधिवक्ताओं ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए न्यायिक कार्य से अलग रहने की घोषणा की है.

जिला अधिवक्ता संघ के महासचिव विन्देश्वरी प्रसाद पाण्डेय उर्फ पप्पू पाण्डेय ने जानकारी दी कि अधिवक्ता पारस सिंह का पैतृक गांव चतुरसालगंज, डुमरांव में स्थित था. उन्होंने वर्ष 2000 से अधिवक्ता के रूप में कार्य किया और अपने मिलनसार स्वभाव के कारण अधिवक्ता समाज में अत्यंत लोकप्रिय थे. सिंह अपने पीछे पत्नी और तीन पुत्रियों का परिवार छोड़ गए हैं, जिनकी शादियां अभी तक नहीं हुई हैं.

शनिवार को सिंह कचहरी से अपने गांव लौटते समय एक दुकान पर विश्राम कर रहे थे, तभी उनकी तबियत अचानक खराब हो गई. परिवार के सदस्य उन्हें निजी अस्पताल ले गए, जहाँ से उन्हें बेहतर इलाज के लिए पटना रेफर कर दिया गया. पटना में डॉक्टरों ने बताया कि उन्हें ब्रेन हेमरेज हुआ है और उपचार के दौरान उनकी मृत्यु हो गई. अधिवक्ता समाज ने उनके निधन को एक अपूरणीय क्षति के रूप में माना है और इस दुखद घटना पर शोक व्यक्त किया है. उनकी याद में सोमवार को एक श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया जाएगा.








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