पंचकोशी परिक्रमा शुरु होने के एक सप्ताह पहले प्रशासन को आई बदहाल स्थलों की याद, आनन-फानन में शुरु हुई तैयारियां ..

पंचकोशी परिक्रमा मेले को लेकर समाहरणालय परिसर स्थित कार्यालय कक्ष में समीक्षा बैठक आयोजित की गई. इसमें मेला आयोजन की तैयारियों पर व्यापक चर्चा की गई और कई अहम निर्देश जारी किए गए. 






                                            





- जिला पदाधिकारी ने पदाधिकारी को दिए तैयारी के निर्देश
- अतिक्रमण को चिह्नित करने और हटाने के साथ ही साफ-सफाई का निर्देश

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर : 20 नवंबर से पंचकोसी परिक्रमा शुरु होनी है. परिक्रमा शुरु होने के लगभग एक हफ्ते पूर्व प्रशासन को परिक्रमा स्थलों की याद आई और आनन-फानन में स्थलों का अतिक्रमण मुक्त कराने के साथ ही साफ-सफाई की व्यवस्थाएं की जा रही हैं. जिला पदाधिकारी अंशुल अग्रवाल की अध्यक्षता में पंचकोशी परिक्रमा मेले को लेकर समाहरणालय परिसर स्थित कार्यालय कक्ष में समीक्षा बैठक आयोजित की गई. इसमें मेला आयोजन की तैयारियों पर व्यापक चर्चा की गई और कई अहम निर्देश जारी किए गए. 

बैठक में सभी सदस्यों को सूचित किया गया कि पंचकोशी परिक्रमा मेला का आयोजन 20 नवंबर 2024 से 24 नवंबर 2024 तक विभिन्न स्थानों पर, जैसे अहिरौली, नदाँव, भभुअर, बडका नुआँव एवं चरित्रवन बक्सर में होगा. पंचकोशी परिक्रमा समिति के सदस्यों ने मेले के बेहतर आयोजन और विकास के लिए अपने सुझाव जिला पदाधिकारी के समक्ष रखे. जिला पदाधिकारी ने इन सुझावों पर विचार करते हुए संबंधित पदाधिकारियों को आवश्यक कार्रवाई करने के निर्देश दिए.

मेले के दौरान होने वाली समस्याओं पर भी ध्यान दिया गया. समिति के सदस्यों ने भभुअर स्थित सरोवर पर असामाजिक तत्वों द्वारा किए गए अतिक्रमण को हटाने की मांग की. इसके लिए जिला पदाधिकारी ने अंचलाधिकारी को स्थल की जांच कर प्रतिवेदन प्रस्तुत करने का निर्देश दिया. श्रद्धालुओं के लिए आवश्यक सुविधाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए कार्यपालक पदाधिकारी नगर परिषद बक्सर और प्रखंड विकास पदाधिकारी बक्सर को निर्देश दिया गया कि मेले के स्थलों पर साफ-सफाई, पेयजल, बिजली, और शौचालय की उचित व्यवस्था की जाए. इसके अलावा, मेले के स्थानों पर पथों की मरम्मत भी सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए.

जिला पदाधिकारी ने पंचकोशी मेला स्थलों पर दीवार पेंटिंग, प्रवेश और निकास द्वार सहित अन्य सौंदर्यीकरण कार्यों के लिए विस्तृत कार्य योजना तैयार करने के निर्देश भी दिए. सभी आवश्यक तैयारियों का अद्यतन प्रतिवेदन प्रस्तुत करने का आदेश दिया गया ताकि मेले की महत्ता को श्रद्धालुओं के सामने प्रस्तुत किया जा सके.

सिविल सर्जन बक्सर को श्रद्धालुओं के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए जीवन रक्षक दवाओं की व्यवस्था करने के निर्देश दिए गए. इसके साथ ही, अनुमंडल पदाधिकारी को विधि व्यवस्था बनाए रखने हेतु सभी आवश्यक प्रबंध करने को कहा गया.

बैठक में सिविल सर्जन, अनुमंडल पदाधिकारी, प्रभारी पदाधिकारी सामान्य शाखा, प्रभारी पदाधिकारी विकास शाखा, प्रखंड विकास पदाधिकारी, अंचलाधिकारी, पंचकोशी परिक्रमा समिति के सचिव सहित अन्य सदस्य उपस्थित रहे.

बता दें कि पंचकोसी परिक्रमा स्थल बदहाल स्थिति में है. नदांव के पोखर में पानी ही नहीं है तो भभुअर जैसे पड़ाव स्थल पर तो पोखर की साफ-सफाई नहीं हुई है. साथ ही पोखर अतिक्रमण का भी शिकार  है. यही हाल अंजनी सरोवर और विश्राम सरोवर का भी है. ऐसे में प्रशासन भले ही तमाम दावे करे लेकिन यह तय माना जा रहा है कि स्थलों की बदहाली इतनी जल्दी दूर नहीं होने वाली.










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