बक्सर-रोहतास स्टेट हाइवे पर जाम से हाहाकार, चौसा रेलवे फाटक बंद होने से यात्री परेशान

घंटों तक जाम में फंसे यात्रियों और वाहन चालकों ने प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया. उनका कहना है कि अगर वैकल्पिक मार्गों पर समय रहते पुलिस की व्यवस्था होती, तो यह स्थिति नहीं बनती.

 











                                           


- 5 किलोमीटर तक वाहनों की लंबी कतार, स्कूली बच्चों की बढ़ी मुश्किलें
- घंटों की मशक्कत के बाद पुलिस की मदद से जाम समाप्त

बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर : बक्सर-रोहतास स्टेट हाईवे स्थित चौसा रेलवे फाटक के बंद होने से मंगलवार को दोनों ओर वाहनों की लंबी कतार लग गई. पांच किलोमीटर तक मुख्य सड़क पर वाहनों के ठहराव के कारण सुबह वैकल्पिक मार्गों पर भी भारी दबाव बन गया. स्थिति यह हो गई कि लिंक रोड और छोटे रास्तों पर गाड़ियां रेंगने लगीं, जिससे यात्रियों के साथ स्कूली बच्चों की परेशानी बढ़ गई. कई स्कूली वाहन जहां बच्चों को लेकर जाम में फंसे हुए थे, वहीं कुछ गाड़ियां छात्रों तक पहुंच ही नहीं सकीं. घंटों की मशक्कत के बाद पुलिस प्रशासन के हस्तक्षेप से स्थिति को नियंत्रित कर जाम खत्म कराया गया.


रेलवे प्रशासन ने चौसा रेलवे फाटक संख्या 78/A के पास तीसरी रेल लाइन बिछाने के लिए विशेष कार्य की अनुमति ली थी. इस कार्य के लिए सोमवार की शाम 7 बजे से मंगलवार सुबह 4 बजे तक फाटक बंद रखने की अनुमति मिली थी. लेकिन मजदूरों और कर्मियों के देर से पहुंचने के कारण काम देर से शुरू हुआ. इस देरी की वजह से सुबह तक फाटक बंद रखा गया, जिसके चलते चौसा नगर पंचायत क्षेत्र पूरी तरह से जाम की चपेट में आ गया.

वैकल्पिक मार्गों पर भी लगा जाम :

मुख्य मार्ग बंद होने के कारण यात्रियों को वैकल्पिक मार्गों का सहारा लेना पड़ा. लेकिन पुलिस प्रशासन की ओर से उचित दिशा-निर्देश नहीं दिए जाने के कारण चौसा दुर्गा मंदिर मार्ग, बनारपुर होकर खिलाफतपुर और यादव मोड़ वाले मार्ग पर भी जाम की स्थिति बन गई. अचानक यातायात का दबाव बढ़ने से छोटे मार्गों पर गाड़ियां रेंगने लगीं.

पुलिस की सक्रियता से मिली राहत :

हालांकि, जाम की स्थिति बिगड़ने के बाद स्थानीय पुलिस हरकत में आई. पुलिस प्रशासन ने मौके पर पहुंचकर यातायात को नियंत्रित करने की कवायद शुरू की. कुछ घंटों की मशक्कत के बाद मुख्य सड़क और वैकल्पिक मार्गों पर जाम को धीरे-धीरे खत्म कराया गया. पुलिस कर्मियों ने वाहनों को व्यवस्थित कर यातायात सुचारु किया, जिससे यात्रियों ने राहत की सांस ली.

रेलवे प्रशासन की अपील :

रेलवे इंजीनियरिंग विभाग के कर्मी धर्मेंद्र कुमार ने बताया कि तीसरी रेल लाइन बिछाने के लिए फाटक बंद रखने की सूचना पहले से ही दी गई थी. रेलवे ने इस कार्य के दौरान विधि-व्यवस्था बनाए रखने के लिए मुफस्सिल थाना प्रभारी से सुरक्षा बल की तैनाती का आग्रह किया था. साथ ही, फाटक के पास सूचना बोर्ड लगाकर यात्रियों को अग्रिम सूचना दे दी गई थी. रेलवे ने असुविधा के लिए खेद व्यक्त करते हुए यात्रियों से सहयोग की अपील की है.

स्थानीय लोगों में नाराजगी :

घंटों तक जाम में फंसे यात्रियों और वाहन चालकों ने प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया. उनका कहना है कि अगर वैकल्पिक मार्गों पर समय रहते पुलिस की व्यवस्था होती, तो यह स्थिति नहीं बनती. स्कूली बच्चों के अभिभावकों ने भी बच्चों के समय पर स्कूल न पहुंच पाने को लेकर चिंता जाहिर की.

हालांकि, जाम के खत्म होने के बाद यातायात सामान्य हो गया और वाहनों की आवाजाही धीरे-धीरे सुचारु हो सकी.









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