रामरेखा घाट गंगा तट से जलयात्रा का आयोजन हुआ. इसके बाद पंचांग पूजन, मंडप प्रवेश, श्रीमद्भागवत पुराण का मूल पाठ, सर्वतोभद्र मंडल का पूजन और रुद्राभिषेक का आयोजन प्रयागराज से आए पंडित संजय द्विवेदी के नेतृत्व में विद्वानों द्वारा संपन्न हुआ.
- सुरौंधा गांव के तिलक ब्रह्म बाबा मंदिर में श्रीमद्भागवत कथा सप्ताह का आयोजन.
- जलयात्रा और धार्मिक अनुष्ठानों के साथ कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ हुआ.
बक्सर टॉप न्यूज़, बक्सर : जिले के सुरौंधा गांव स्थित तिलक ब्रह्म बाबा मंदिर में आयोजित श्रीमद्भागवत कथा सप्ताह का शुभारंभ भव्य धार्मिक अनुष्ठानों के साथ हुआ. पहले दिन कथा प्रवचन करते हुए प्रख्यात भागवताचार्य डॉ. भारतभूषण जी महाराज ने कहा कि जीवन का उद्देश्य भगवान की शरणागति के आनंद का अनुभव करना है. उन्होंने कहा कि जो व्यक्ति भगवान की करुणा का स्मरण करते हैं, उनका जीवन प्रसन्नता और शांति से भरा होता है, जबकि भगवान से विमुख होने वाले व्यक्ति जीवन के अवसाद और संकटों में उलझ जाते हैं.
उन्होंने कहा कि पृथ्वी पर संतों, भक्तों और महापुरुषों के रूप में साक्षात भगवान की अनुग्रह मूर्ति का दर्शन होता है. गोपियों के माध्यम से उन्होंने कहा कि जो महापुरुष भगवान की कथा का प्रसार करते हैं, वे ब्रह्मांड के सबसे बड़े दानी होते हैं - "भुवि गृणन्ति ते भूरिदा जनाः." कथा के माध्यम से भक्ति, ज्ञान और वैराग्य पुष्ट होते हैं, प्रेतत्व की निवृत्ति होती है और भगवान के धाम की प्राप्ति होती है.
अनुष्ठान और कार्यक्रम :
कथा से पूर्व रामरेखा घाट गंगा तट से जलयात्रा का आयोजन हुआ. इसके बाद पंचांग पूजन, मंडप प्रवेश, श्रीमद्भागवत पुराण का मूल पाठ, सर्वतोभद्र मंडल का पूजन और रुद्राभिषेक का आयोजन प्रयागराज से आए पंडित संजय द्विवेदी के नेतृत्व में विद्वानों द्वारा संपन्न हुआ.
आयोजन समिति के अध्यक्ष पप्पू ओझा, आयोजन समिति के सदस्य कुमार, प्रधान यजमान प्रो. दिनेश तिवारी समेत तमाम यजमानों ने व्यासपीठ का विधिवत पूजन किया.
इस अवसर पर सुरौंधा, नेनुआ, बसौली सहित अन्य क्षेत्रों से बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे. सभी श्रोताओं ने कथा श्रवण कर पुण्य लाभ अर्जित किया और यज्ञ की परिक्रमा की.
0 Comments